Kullu News : मंडी से भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने गुरुवार को कुल्लू में एक बयान जारी कर हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से राज्य को मिलने वाली फंड का डायवर्शन हो रहा है और कांग्रेस पार्टी इसमें सीधे तौर पर शामिल है। रनौत ने दावा किया कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है, जिसके कारण विकास कार्य ठप हो चुके हैं।
कुल्लू के एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए कंगना रनौत ने कहा, “पहले भी केंद्र से राशि आती रही है। दुख की बात है कि अंदेशा लगाया जा रहा है कि यहां से फंड डायवर्ट हो रहे हैं। कांग्रेस पार्टी यहां से फंड डायवर्ट कर रही है। उन पर भ्रष्टाचार के बहुत आरोप लग रहे हैं। ये चिंता का कारण है। कहीं भी काम नहीं हो रहा है…” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया।
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई भयंकर आपदा के बाद राज्य सरकार ने केंद्र से विशेष राहत पैकेज की मांग की थी। कंगना रनौत ने अपने संसदीय क्षेत्र मंडी और आसपास के इलाकों में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार निरंतर सहायता भेज रही है, लेकिन राज्य स्तर पर फंड का दुरुपयोग हो रहा है। रनौत ने पिछले महीनों में भी इसी तरह के आरोप लगाए थे, जब उन्होंने दावा किया था कि सीएम राहत कोष का पैसा ‘सोनिया राहत कोष’ में जा रहा है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस शासित सरकार ने राज्य को आर्थिक रूप से खोखला कर दिया है। कर्ज लिया जाता है, लेकिन विकास के नाम पर कुछ नहीं होता।”
कांग्रेस सरकार ने इन आरोपों का सीधा जवाब नहीं दिया है, लेकिन सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में आपदा प्रभावित कुल्लू-मनाली क्षेत्र का दौरा किया था। सुक्खू ने कहा था कि सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और केंद्र से अधिक सहायता की मांग की जा रही है। विपक्षी दल भाजपा ने रनौत के बयान का समर्थन किया है, जबकि कांग्रेस कार्यकर्ता इसे राजनीतिक बयानबाजी बता रहे हैं।
हिमाचल में आपदा से जुड़े फंड के उपयोग पर पहले भी सवाल उठे हैं। कंगना रनौत ने जुलाई में मंडी के प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए कहा था कि उनके पास सीधे राहत फंड नहीं है, लेकिन वे केंद्र से मदद दिलाने का प्रयास कर रही हैं। राज्य सरकार ने अब तक आपदा राहत के लिए केंद्र से 10,000 करोड़ रुपये की मांग की है, लेकिन केंद्रीय स्तर पर अभी विस्तृत आकलन चल रहा है।
कंगना रनौत के इस बयान से हिमाचल की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा कार्यकर्ता इसे कांग्रेस के खिलाफ मुहिम का हिस्सा बता रहे हैं, जबकि विपक्ष इसे सांसद की जिम्मेदारी से चूक करार दे रहा है। मामला और गहरा सकता है, क्योंकि राज्य में आगामी चुनावों को देखते हुए दोनों दल एक-दूसरे पर हमलावर हैं।
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