हादसे का विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से दिवाली मनाकर लौट रहे श्रमिकों को लेकर आ रही थी। बस में करीब 60 सवारियां सवार थीं, जो शाहपुरा के आसपास के ईंट भट्ठों पर काम करते हैं। बस की छत पर कपड़े, खाने-पीने का सामान और अन्य लगेज रखा हुआ था। रास्ते में बस का ऊपरी हिस्सा हाईटेंशन लाइन से छू गया, जिससे जोरदार धमाका हुआ और पल भर में आग पूरे वाहन में फैल गई। चीख-पुकार मच गई और आसपास के लोग दौड़े आए।
मनोहरपुर पुलिस, प्रशासन और दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए शाहपुरा उपजिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से 5 गंभीर रूप से झुलसे मजदूरों को जयपुर के बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया गया। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजे गए हैं।
जांच और कारण
प्रारंभिक जांच में हादसे की मुख्य वजह हाईटेंशन लाइन के बहुत करीब से बस का गुजरना बताया जा रहा है। बस की छत पर रखा सामान पहले लाइन से टच हुआ, जिससे आग पकड़ ली। पुलिस ने बस चालक और ईंट भट्ठा संचालक की भूमिका की भी जांच शुरू कर दी है। एसडीएम संजीव कुमार ने बताया कि सभी सवारियां श्रमिक थे और प्राइवेट बस बुक करके काम पर लौट रहे थे।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे पर दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “जयपुर के मनोहरपुर में श्रमिकों से भरी बस के हाईटेंशन लाइन छूने से आग लगने से 3 व्यक्तियों की मृत्यु एवं कई घायल होने का समाचार दुखद है। राजस्थान में आए दिन हो रहे हादसे चिंताजनक हैं। शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।”
यह हादसा राज्य में बिजली लाइनों की सुरक्षा और सड़क मार्गों पर ओवरहेड वायरिंग के खतरों पर फिर सवाल उठा रहा है। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सहायता का आश्वासन दिया है। मामले की गहन जांच जारी है।

