Noida: उत्तर प्रदेश में नोएडा को शो विंडो कहा जाता है। यहां बड़े-बड़े उद्योग चल रहे हैं। यूपी का सबसे ज्यादा राजस्व संभवतः नोएडा से भी सरकार प्राप्त करती है। इस सब के बीच यहां उद्यमियों और व्यापारियों को सुरक्षा का अहसास कराने के लिए पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने सेक्टर 108 स्थित कमिश्नरेट दफ्तर के सभागार में उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं एवं शिकायतों के निस्तारण के लिए संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रत्येक 3 महीने में पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह जिले के समस्त उद्योगपतियों के साथ संवाद स्थापित कर रहे हैं। ताकि उनकी समस्याओं का निस्तारण समयबद्ध तरीके से हो सके। इसके अलावा डीसीपी स्तर पर प्रत्येक महीने में उद्यमी एवं व्यापारियों की समस्याओं की जांच पड़ताल और निस्तारण के लिए भी संवाद कार्यक्रम किया जाता है। इस दौरान कमिश्नर ने व्यापारियों को साइबर क्राइम से बचने के तरीके भी बताए। यहां आए उद्यमियों के प्रतिनिधियों ने कहा कि कमिश्नरेट बनने के बाद जनपद में औद्योगिक विकास का माहौल बना है और इससे स्पष्ट है कि औद्योगिक इकाइय में महिला कर्मचारियों की संख्या बढ़ी है । औद्योगिक विकास के लिए अच्छे माहौल की पहचान और व्यापारियों के तत्काल समस्याओं के निस्तारण के लिए नोएडा बेहतर माना जा रहा है।
दिल्ली से बहेतर है नोएडा की यातायात व्यवस्था
इतना ही नहीं यातायात व्यवस्था दिल्ली से भी बेहतर है। औद्योगिक क्षेत्र में अतिक्रमण मोबाइल साइकिल चोरी आदि की समस्याएं आती हैं। जिन पर शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाती है। जैसे ही पुलिस को जाम की समस्या का पता चलता है तो उस पर भी तुरंत एक्शन लिया जाता है। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि प्रदूषण को लेकर एनजीटी के नियमों का पालन सभी का द्वारा कराया जाना भी सुनिश्चित किया जाता है उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप जिले में पुलिस औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने में भूमिका निभा रही है। ऐसे ही पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह सीएम योगी के सपने को पूरा कर रहे है।