UPPSC Exame: उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी के लिए परीक्षाओं का हाल बेहाल होता दिखाई दे रहा है। राज्य की सर्वोच्च सेवा यानी पीसीएस परीक्षा के लिए छात्रों में दुविधा की स्थिति लगातार बनी है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस परीक्षा के लिए 6 और 7 दिसंबर निर्धारित की। आरओ एआरओ के लिए 22 और 23 दिसंबर परीक्षा की तिथि का ऐलान किया। मगर इस सबके बीच छात्रों का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। ज्यादातर छात्र मांग कर रहे हैं कि परीक्षा एक ही दिन में संपन्न होनी चाहिए। उनका ये भी सवाल है कि जब पहले परीक्षा 1 दिन में संपन्न हो जाती थी तो अब क्यों नहीं? छात्र सीधे सीधे योगी सरकार पर भी आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं उनका कहना है कि सरकार परीक्षा सम्पन्न कराने में विफल नजर आ रही है।
ऐसे हो प्री परीक्षा
बता दें कि पर्याप्त संख्या में एग्जाम सेंटर उपलब्ध नहीं होने पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस प्री परीक्षा-2024 और समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 दो दिन कराने का निर्णय लिया है। अभ्यर्थियों के एक समान मूल्यांकन के लिए आयोग ने प्रसामान्यीकरण (नॉर्मलाइजेशन) लागू करने का निर्णय लिया है, जो पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित होगा।
पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा सात एवं आठ दिसंबर को प्रदेश के 41 जिलों में दो सत्रों में सुबह 9ः30 से 11ः30 और अपराह्न 2ः30 से 4ः30 बजे होगी। इसके अलावा आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को तीन पालियों में होगी। 22 दिसंबर को पहली पाली की परीक्षा सुबह नौ से दोपहर 12 बजे, दूसरी पाली की अपराह्न 2ः30 से शाम 5ः30 बजे और 23 दिसंबर को तीसरी पाली की परीक्षा सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक होगी।
क्या हो पाएगी परीक्षा
छात्रों के मन में एक ही सवाल घर कर रहा है क्या इस बार भी 6 और 7 दिसंबर को प्री परीक्षा हो पाएगी, क्योंकि इससे पहले भी कई बार आयोग ने तिथि की घोषणा करने के बाद परीक्षाएं रद्द की है। यही कारण है की छात्र विरोध कर रहे हैं और उनकी पढ़ाई भी नहीं हो पा रही है।