शिकायतों पर तत्काल हो कार्रवाई, ना हो पुनरावृत्ति: मलिक

संभव जनसुनवाई में नगर आयुक्त से ठेकेदार ने की शिकायत, भ्रष्टाचार के लगाएं आरोप
Ghaziabad news : नगर निगम कार्यकारिणी कक्ष में मंगलवार को जनसुनवाई में नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के सामने एक अजीब मामला सामने आया। एक ठेकेदार ने जलकल विभाग के अधिकारियों पर 21 लाख रुपए हड़पने की साजिश का आरोप लगाया। शक जताया कि जो कार्य उन्होंने किया। उसके भुगतान की रकम की बंदरबाट करने के लिए किसी दूसरी फर्म को कर दिया गया है। इस मामले में जलकल विभाग के अधिकारी फंसते नजर आ रहे हैं। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने जनसुनवाई के दौरान पीड़ित ठेकेदार की बात सुनने के बाद आश्वासन दिया कि इस मामले की जांच के लिए जल्द समिति बनाकर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

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शिकायतकर्ता ठेकेदार हरिओम त्यागी ने बताया कि छह साल पहले नगर निकाय चुनाव होने से पहले टेंडर के माध्यम से नेहरू नगर में सीवर लाइन डालने के लिए 11 लाख और 9 लाख रुपए के दो कार्य जलकल विभाग से मिले थे, उन्होंने यह कार्य पूरा करने के बाद भुगतान के लिए फाइल जलकल विभाग के अधिकारियों को दी। इस पर जिस वक्त वर्क आॅर्डर जारी किया गया था।
उस वक्त विभाग का अवर अभियंता दूसरा था और जब कार्य पूरा हुआ तो अवर अभियंता दूसरा था। आरोप है कि छह साल से जलकल विभाग के अधिकारी भुगतान को लेकर आश्वासन देते रहे, लेकिन भुगतान नहीं किया। इसके बाद में फाइल ही गुम हो जाने की बात कहने लगे। उन्होंने मामले की शिकायत पूर्व नगर आयुक्त से की, तो जांच होने पर फाइल तो मिल गई,लेकिन अधिकारी कार्य किए जाने पर ही सवाल उठाने लगे। पीड़ित ने साक्ष्य के तौर पर आरोप लगाया कि न तो उनका टेंडर रद्द करने का नोटिस दिया गया और न ही कार्य रोकने का ही नोटिस दिया गया। जब कार्य पूरा करा दिया तो भुगतान के लिए छह साल से अधिकारी दौड़ा रहे हैं। शक यह भी जताया है कि उनके द्वारा किए गए कार्य की धनराशि जलकल विभाग के अधिकारी हड़पने की साजिश कर चुके हैं। आरोप तो यह भी है कि जो कार्य उन्होंने कराया है उसका भुगतान दूसरी फर्म को करने के बाद रुपए की बंदरबाद की जा चुकी है।
जनसंभव सुनवाई में आई नगरायुक्त के समक्ष आई 16 शिकायतें
नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक ने अपर नगर आयुक्त अरुण यादव, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, सहायक नगर आयुक्त पल्लवी सिंह, जलकल महाप्रबंधक केपी आनंद, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह, संपत्ति अधीक्षक भोलानाथ गौतम, प्रकाश प्रभारी आस कुमार आदि अधिकारी की मौजूदगी में संभव कार्यक्रम के दौरान समस्याएं सुनीं। नगर आयुक्त के समक्ष 16 शिकायतें प्राप्त हुई। इस पर सुनवाई करते हुए नगर आयुक्त ने प्राप्त शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई कराई।

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इस दौरान टैक्स विभाग से जुुडी अधिकांश समस्याएं प्राप्त हुई। निर्माण विभाग से दो शिकायत,डूडा विभाग से एक शिकायत,स्वास्थ्य विभाग से चार शिकायत, प्रकाश विभाग से एक शिकायत, टैक्स विभाग से पांच शिकायत, जलकल विभाग से एक शिकायत और अतिक्रमण की दो शिकायतें प्राप्त हुई। नगर आयुक्त ने शिकायत एवं समस्याएं सुनने के बाद संबंधित विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाकर कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि किसी भी शिकायत की पुनरावृत्ति ना हो। इसका विशेष ध्यान रखने के लिए भी हिदायत दी गई। नगर आयुक्त से कई पार्षदों ने अपने क्षेत्र की समस्या भी रखी। इसमें अतिक्रमण से संबंधित शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, संपत्ति अधीक्षक भोलानाथ गौतम को निरीक्षण करते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए।
नगर आयुक्त से कई सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी भी मिले। उन्होंने शहरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए अपना कदम आगे बढ़ाया हैं।

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