जिस तरह मुबई रात को नही सोती ठीक उसी प्रकार कुछ दिनों के बाद नोएडा भी रात में नहीं सोएंगा। नोएडा में भी लोग नाइट लाइफ का आनंद ले सकेंगे। यहां 24 घंटे सातों दिन अच्छा खाना और शराब पीने का मौका मिलेगा। इसके लिए शहर के वाणिज्यिक सेक्टर के किसी खास क्षेत्र का चयन किया जाएगा जिसमें रेस्तरां, बार, पब आदि सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम का कहना है कि इसे लागू करने की पूरी प्लानिंग है लेकिन पायलट प्रोजेक्ट सफल होने के बाद।
सुरक्षा व्यवस्था का भी पूरा इंतजाम
रात के वक्त सुरक्षा व्यवस्था का भी पूरा इंतजाम किया जाएगा। प्राधिकरण ने इस संबंध में पूरा प्रारूप तैयार कर लिया है। जल्द ही प्राधिकरण की टीम अब गुरुग्राम के डीएलएफ में यू ब्लॉक को स्टडी करेगी। इस दौरान जमीनों के आवंटन, बार और रेस्तरां को मिले लाइसेंस व आवंटन के दौरान दिए गए फ्लोर एरिया रेशियो की जांच की जाएंगी।
सेक्टर-18 के साथ कई अन्य सेक्टरों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत योजना शुरू की जाएगी। अभी पब, बार आदि के लिए लोग दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद से गुरुग्राम के यू ब्लॉक और सेक्टर-26 के साइबर हब जाते हैं। सूत्रों का कहना है कि यहां के कुछ रेस्तरां-बार को हरियाणा सरकार ने 24 घंटे शराब परोसने का लाइसेंस दिया है।
अगर पायलट प्रोजेक्ट सफल होता है तो प्राधिकरण दूसरे वाणिज्यिक सेक्टरों में भी योजना लाएगा। इसके लिए प्राधिकरण की ओर से जमीन चिह्नित करने के आदेश दिए गए हैं। फिलहाल, नोएडा के सेक्टर-18 और गार्डन गलेरिया में एक तय समय के बाद पब, बार, रेस्तरां बंद हो जाते हैं।
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राजस्व बढ़ेगा तो लोग अंनद भी लेगे
नोएडा में काॅमर्शियल प्लॉटों की बिक्री कुछ वर्षों से नहीं हो पा रही है। बीते वर्ष निकाली गई स्कीम में इक्का-दुक्का प्लॉट बिके थे। यहां के प्लॉट एक लाख रुपये प्रति वर्गमीटर से 5 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर तक हैं। काॅमर्शियल प्रोपर्टी का बाजार भाव कम है। ऐसे में प्राधिकरण की यह योजना कारगर साबित होगी तो लाभ होगा। साथ ही, राजस्व की प्राप्ति भी होगी।