hyderabad News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मशहूर अभिनेता प्रकाश राज से बुधवार, 30 जुलाई 2025 को पूछताछ की। प्रकाश राज सुबह करीब 10 बजे हैदराबाद के बशीरबाग स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में पेश हुए। इस मामले में ईडी ने अन्य प्रमुख सितारों – राणा दग्गुबाती, विजय देवरकोंडा और मंचु लक्ष्मी को भी समन जारी किया है।
ईडी ने राणा दग्गुबाती को 23 जुलाई, प्रकाश राज को 30 जुलाई, विजय देवरकोंडा को 6 अगस्त और मंचु लक्ष्मी को 13 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया है। जांच एजेंसी का आरोप है कि इन सितारों ने अवैध सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार किया, जो कथित तौर पर गैरकानूनी फंड जेनरेट करने में शामिल थे। यह जांच प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत चल रही है और तेलंगाना पुलिस द्वारा दर्ज पांच एफआईआर पर भी आधारित है।
मामले की शुरुआत मार्च 2025 में मियापुर पुलिस स्टेशन में एक व्यवसायी पी.एम. फणिंद्र शर्मा की शिकायत से हुई, जिन्होंने आरोप लगाया कि मशहूर हस्तियों और प्रभावशाली लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर सट्टेबाजी ऐप्स के प्रचार से लोग, खासकर युवा, इनके जाल में फंस रहे हैं। शिकायत में जंगली रम्मी, जीतविन और लोटस365 जैसे ऐप्स का नाम लिया गया, जो कथित तौर पर अवैध सट्टेबाजी के जरिए करोड़ों रुपये कमा रहे हैं।
प्रकाश राज ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने 2016 में एक गेमिंग ऐप का प्रचार किया था, लेकिन 2017 में नैतिक आधार पर इसका साथ छोड़ दिया था। उन्होंने कहा, “मैंने 2017 के बाद किसी भी गेमिंग ऐप का प्रचार नहीं किया। मैंने ईडी को बताया कि मुझे इस संबंध में कोई पैसा नहीं मिला।” राणा दग्गुबाती ने भी कहा कि उनका एक स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म के साथ प्रचार 2017 में समाप्त हो गया था और यह केवल कानूनी रूप से अनुमत क्षेत्रों तक सीमित था।
राणा दग्गुबाती 23 जुलाई को पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हो सके, क्योंकि वह एक फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे। ईडी ने उन्हें अब 11 अगस्त को पेश होने के लिए नया समन जारी किया है।
इस जांच में कुल 29 हस्तियां, जिनमें अभिनेता, सोशल मीडिया प्रभावशाली लोग और यूट्यूबर्स शामिल हैं, ईडी के रडार पर हैं। इनमें निधि अग्रवाल, प्रणिता सुभाष, श्रीमुखी और श्यामला जैसे नाम भी शामिल हैं। जांच एजेंसी इनके वित्तीय लेनदेन और डिजिटल गतिविधियों की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन प्लेटफॉर्मों से कितना पैसा अवैध रूप से कमाया गया।
तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के निर्माता लगड़पति श्रीधर ने सितारों से अपील की है कि वे सट्टेबाजी से संबंधित प्रचार से दूर रहें। उन्होंने कहा, “सट्टेबाजी एक अपराध और खतरनाक लत है। मशहूर हस्तियों को इसका प्रचार नहीं करना चाहिए, क्योंकि उनके प्रभाव से युवा और ग्रामीण लोग गलत रास्ते पर जा सकते हैं।”

