Rahul Gandhi/Election Commission News: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग (ईसीआई) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर वोट चोरी हुई है। उन्होंने ‘हाउस नंबर 0’ को लेकर ईसीआई के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार के स्पष्टीकरण को झूठा बताते हुए कांग्रेस की ‘जांच’ के नतीजों को साझा किया। गांधी ने दावा किया कि मतदाता सूचियों में सैकड़ों फर्जी एंट्रीज हैं, जो कांग्रेस समर्थकों के वोट चुराने के लिए इस्तेमाल की गईं। दूसरी ओर, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को ‘निराधार’ बताते हुए खारिज कर दिया और सवाल उठाया कि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान कोई आपत्ति क्यों नहीं दर्ज की।
राहुल गांधी का ‘एच-बॉम्ब’: फर्जी मतदाताओं का खुलासा
एआईसीसी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने हरियाणा के मतदाता सूचियों का विश्लेषण पेश किया, जिसे उन्होंने ‘एच-फाइल्स’ और ‘हाइड्रोजन बॉम्ब’ का नाम दिया।
उन्होंने कहा, “हमने व्यवस्थित तरीके से पता लगाया कि ‘हाउस नंबर 0’ में रहने वाले लोग वास्तव में सड़क पर नहीं सोते। यह वोट चोरी का तरीका है, जहां फर्जी वोट डालने के बाद व्यक्ति गायब हो जाता है।”
गांधी ने हरियाणा के एक उदाहरण के तौर पर ‘नरेंद्र’ नामक व्यक्ति का जिक्र किया, जिसका पता मतदाता सूची में ‘हाउस नंबर 0’ दिखाया गया था। उन्होंने एक फोटो दिखाते हुए कहा, “यह हरियाणा का एक भवन है, जहां नरेंद्र रहता है। हमने गांव में जाकर उसे खोजा और पाया कि वह बेघर नहीं है। यह सिर्फ सैकड़ों मामलों में से एक है।”
उन्होंने अन्य उदाहरण भी दिए:
• पलवल जिले के बीजेपी उपाध्यक्ष उमेश गुधराना के घर में 66 लोग दिखाए गए।
• होडाल का हाउस नंबर 265 में 500 मतदाता दर्ज, लेकिन वहां कोई नहीं मिला।
• राय का हाउस नंबर 1904 में एक छोटे से घर में 108 मतदाता।
गांधी ने आरोप लगाया कि ईसीआई के नियमों के मुताबिक 10 से ज्यादा लोगों वाले घरों की जमीन पर सत्यापन जरूरी है, लेकिन हरियाणा में यह नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “ये फर्जी वोट कांग्रेस समर्थकों के थे, जिन्हें चुराया गया। चुनाव आयुक्त बीजेपी के साथ मिले हुए हैं, जिससे हरियाणा में कांग्रेस हार गई। यह लोकतंत्र की नींव हिला देने वाला कांड है।”
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि उनकी जांच में हरियाणा में 25 लाख फर्जी वोट पाए गए, और यह मुद्दा जल्द ही ‘फटेगा’। उन्होंने सीईसी ज्ञानेश कुमार पर सीधा हमला बोला, “मुख्य चुनाव आयुक्त खुलेआम झूठ बोल रहे हैं। यह गलती नहीं, सुनियोजित साजिश है।”
ईसीआई का पलटवार: आरोप निराधार, कोई शिकायत क्यों नहीं?
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को तुरंत खारिज करते हुए कहा कि ‘हाउस नंबर 0’ बेघर या जिन घरों को पंचायत/नगर निगम ने नंबर नहीं दिया, उनके लिए इस्तेमाल होता है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “राहुल गांधी के दावे आधारहीन हैं। हरियाणा में मतदाता सूची संशोधन के दौरान कांग्रेस ने एक भी आपत्ति या अपील नहीं की। उनके बूथ एजेंट्स ने भी कोई विरोध दर्ज नहीं किया। अगर वोट चोरी हुई, तो चुनाव के समय चुप क्यों रहे?”
ईसीआई ने अगस्त 2025 में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया था कि ‘हाउस नंबर 0’ फर्जी वोटरों का संकेत नहीं है। सीईसी ज्ञानेश कुमार ने तब कहा था, “देश में करोड़ों लोग ऐसे हैं जिनके घर का नंबर नहीं है। सड़क किनारे, पुल के नीचे सोने वाले गरीबों को वोट का हक छीनना मजाक होगा।” आयोग ने गांधी से सात दिनों में हलफनामा दाखिल करने या माफी मांगने की मांग की थी, लेकिन कांग्रेस ने कोई औपचारिक शिकायत नहीं की।
आयोग के अनुसार, हरियाणा चुनावों में डुप्लिकेट वोटरों के रिकॉर्ड दिखाते हैं कि वे कांग्रेस के पक्ष में ही वोट डाले गए, न कि बीजेपी के। ईसीआई ने ‘महत्वपूर्ण तथ्यों’ की सूची जारी की, जिसमें कहा गया कि मतदाता सूची और वोटिंग अलग-अलग कानूनों से नियंत्रित हैं।
बीजेपी का जवाब: राजनीतिक ड्रामा, जनता समझती है सच्चाई
बीजेपी ने राहुल गांधी के आरोपों को ‘बकवास’ और ‘चुनावी हार का रोना’ बताया। पार्टी प्रवक्ता ने कहा, “राहुल जी की ‘वोट चोरी’ वाली थ्योरी पुरानी हो चुकी है। जनता ने हरियाणा में बीजेपी को जिताया, क्योंकि विकास का विश्वास है। ईसीआई पारदर्शी है, और कांग्रेस का कोई सबूत नहीं।” बीजेपी ने सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया, जिसमें गांधी के दावों को ‘बाल बुद्धि’ कहा गया।
विपक्षी दलों ने गांधी का समर्थन किया। समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि ईसीआई की निष्पक्षता पर सवाल उठना जरूरी है।
पृष्ठभूमि: विवाद की जड़ें
यह विवाद अगस्त 2025 से चल रहा है, जब राहुल गांधी ने कर्नाटक के महादेवपुरा निर्वाचन क्षेत्र में 40,009 फर्जी पतों का दावा किया था। उन्होंने ‘वोट चोरी’ को पांच तरीकों से बताया- डुप्लिकेट वोटर, फर्जी पते, बल्क वोटिंग आदि। ईसीआई ने इसे ‘संविधान का अपमान’ कहा और सुप्रीम कोर्ट का हवाला दिया। विकिपीडिया के अनुसार, 2025 का यह ‘भारतीय निर्वाचन विवाद’ विपक्ष की एकजुटता का प्रतीक बन गया है।
सोशल मीडिया पर बहस
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #HouseNumber0 और #VoteChori ट्रेंड कर रहा है। ऑपइंडिया जैसे अकाउंट्स ने ईसीआई के पक्ष में पोस्ट किए, जबकि कांग्रेस समर्थक गांधी के वीडियो शेयर कर रहे हैं। एक पोस्ट में कहा गया, “मकान नंबर-0 वोट चोरी नहीं, पात्र मतदाता को गारंटी है। राहुल की समझ में यह नहीं आया।”
यह विवाद बिहार चुनावों से पहले तेज हो सकता है, जहां कांग्रेस ‘वोट चोरी’ को मुद्दा बना रही है। ईसीआई ने सभी दलों से सबूत मांगे हैं, लेकिन राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है।

