घटना का विवरण
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, महावीर क्लासिक बिल्डिंग में स्थित आरए स्टूडियो में 10 से 12 वर्ष की आयु के 17 बच्चे ऑडिशन देने आए थे। आरोपी रोहित आर्य पिछले चार-पांच दिनों से स्टूडियो आ रहा था। दोपहर में उसने बच्चों को एक कमरे में बंद कर दिया और एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने कहा, “मुझे कुछ लोगों से बात करनी है, मैं रोहित आर्य हूं।” उसने धमकी दी कि यदि उसकी बात नहीं मानी गई तो वह सब कुछ आग लगा देगा और खुद तथा बच्चों को नुकसान पहुंचाएगा।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने स्टूडियो के पीछे की ग्रिल तोड़कर कमरे में प्रवेश किया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “पुलिस ने एक गोली चलाई, जो आर्य को लगी और वह घायल हो गया।” उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
बच्चों की सुरक्षित रिहाई
संयुक्त पुलिस आयुक्त सत्य नारायण चौधरी ने पुष्टि की कि सभी 17 बच्चे पूरी तरह सुरक्षित हैं। “सभी बच्चों को स्टूडियो से सकुशल बचाया गया है और जांच जारी है,” उन्होंने कहा। बचाए गए बच्चों को उनके माता-पिता के सौंप दिया गया है।
जांच और पृष्ठभूमि
पुलिस अभी आरोपी रोहित आर्य की पृष्ठभूमि की जांच कर रही है। मौके पर पंचनामा किया जा रहा है और स्टूडियो तथा बिल्डिंग में मौजूद लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। फिलहाल आर्य के इरादों या किसी बड़े षड्यंत्र के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है।
यह घटना मुंबई में बच्चों की सुरक्षा और ऑडिशन जैसे आयोजनों की निगरानी पर सवाल उठाती है। पुलिस ने लोगों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है।

