लोकतंत्र का इतिहास, जानें क्या फायदें-नुकसान

वैसे तो लोकतंत्र शब्द बोल और सुुनने को बहुत बार मिला होगा लेकिन क्या आप जानते है ये शब्द कहां से आया और इसके क्या मायने है। इस पर बात इस लिए कर रहे है कि आप के बच्चो का अब 10वी कक्षा में भी लोकतंत्र को जानने का मौका नही मिल पाएंगा।

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भारत में लोकतंत्र
बात कर रहे है कि भारत में लोकतंत्र की। पीएम मोदी भारत को मदर आॅफ डेमोक्रेसी से संबोधित करते है। तो ऐसा बच्चों पर कितना पढाई का बोझ पड़ रहा था कि एनसीईआरटी को लोकतंत्र चैप्टर ही हटाना पड़ गया। छोड़एि कारण कुछ भी हो हम आपको बताते है कि लोकतंत्र कहा से आया। दरअसल, डेमोक्रेसी शब्द ग्रीक शब्द डेमोस से आया है, जिसका अर्थ है लोग, और क्रेटोस जिसका अर्थ है शक्ति इसलिए लोकतंत्र को लोगों की शक्ति के रूप में माना जा सकता है। शासन का एक तरीका जो लोगों की इच्छा पर निर्भर करता है। भारत एक संसदीय धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य है जिसमें भारत का राष्ट्रपति राज्य का प्रमुख और भारत का पहला नागरिक होता है और भारत का प्रधान मंत्री सरकार का प्रमुख होता है। यह सरकार के संघीय ढांचे पर आधारित है, हालांकि इस शब्द का प्रयोग संविधान में ही नहीं किया गया है। लोकतंत्र की पांच विशेषताएं इस प्रकार हैं- निर्वाचित प्रतिनिधि, नागरिक स्वतंत्रता, संगठित विपक्षी दल, स्वतंत्र न्यायपालिका और कानून का शासन। लोकतांत्रिक शासन को सबसे परिष्कृत प्रकार की सरकार माना जाता है क्योंकि यह समाज में अपने नागरिकों की इच्छाओं और लक्ष्यों को दर्शाता है।

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लोकतंत्र सरकार की एक ऐसी प्रणाली है, जिसमें नागरिक सीधे सत्ता का प्रयोग करते हैं या एक शासी निकाय जैसे कि संसद बनाने के लिये आपस में प्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं। इसे बहुमत का शासन भी कहा जाता है। इसमें सत्ता विरासत में नहीं मिलती। जनता अपना नेता स्वयं चुनती है।

लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण
वर्ष 1992 में दो संवैधानिक संशोधन (73वें और 74वें) द्वारा जिस त्रि-स्तरीय प्रशासन (ग्रामीण और शहरी स्थानीय निकाय) की स्थापना की गई उसने पिछले तीन दशकों में गहरा प्रभाव स्थापित किया है। 30 लाख प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न स्तरों (ग्राम सभा, पंचायत समिति जिला परिषद) पर ,यह अब तक विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक व्यव्स्था है। नस्लीय भेदभाव को समाप्त करता है। भारत में एक जनजातिय महिला राष्टपति और दलित महिला को मुख्यमंत्री के रूप में देखा जा सकता है।
सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 इस अधिनियम ने पूरी तरह से नागरिक समाज संचालित जमीनी आंदोलन को आम नागरिकों के लिये सूचना को सही मायने में लोकतांत्रिक बना दिया है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। लेकिन अमेरिका को सबसे पुराने लसेकतंत्र कहा जाता है। भारत वर्ष 1947 में अपनी स्वतंत्रता के बाद एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बन गया। इसके बाद भारत के नागरिकों को वोट देने और अपने नेताओं को चुनने का अधिकार प्राप्त हुआ।

 

लोकतंत्र से संबंधित चिंताएंँ:

 

    • राजनीतिक अधिकारों और नागरिक स्वतंत्रता में गिरावट:
      • दुनिया भर के लोकतंत्र नए स्थापित – कई प्रमुख मापदंडों पर गंभीर संकटों से जूझ रहे हैं।
      • लोकतंत्र की निगरानी करने वाली संस्थाओं की रिपोर्टों के अनुसार, लोकतंत्र में खतरनाक गिरावट देखी जा रही है।
      • विश्व की बहुत कम  9% आबादी ‘पूर्ण’ लोकतंत्र में रहती है।
      • म्यांमार, ट्यूनीशिया और सूडान में हालिया सैन्य तख्तापलट लोकतंत्र विरोधी ताकतों के निरंतर उदय का प्रमाण है तथा इसकी  बारंबारता  वैश्विक लोकतंत्र समर्थकों की सामूहिक  विफलता को दिखाती है।

 

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