हॉस्टल के बाथरूम में मिला हिडेन कैमरा

Tata Electronics/Nagamangalam (Hosur) News: टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की नागमंगलम (होसुर) इकाई में कार्यरत सैकड़ों महिला कर्मचारियों ने मंगलवार देर रात कंपनी के आधुनिक हॉस्टल ‘विद्याल रेजिडेंसी’ के बाहर धरना दिया। यह विरोध प्रदर्शन तब भड़का जब हॉस्टल के एक बाथरूम में सीसीटीवी कैमरा मिलने की घटना सामने आई। कर्मचारियों ने सभी बाथरूमों की तलाशी की मांग की और कंपनी प्रबंधन पर गोपनीयता भंग करने का आरोप लगाया।

घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, घटना की शुरुआत रविवार (2 नवंबर) को हुई जब महाराष्ट्र की एक कर्मचारी ने बाथरूम में कैमरा देखा। उसने अपनी सहेली नेलू कुमारी गुप्ता (22 वर्ष, ओडिशा मूल की) को इस बारे में बताया। नेलू ने आश्चर्य जताया, लेकिन बाद में कैमरा हटा लिया गया। अन्य कर्मचारियों को सूचना मिलते ही मामला तूल पकड़ लिया।

कंपनी ने आंतरिक जांच की और मंगलवार सुबह नेलू को दोषी पाया। उसे काउंसलिंग दी गई, लेकिन कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर कार्रवाई की मांग की। महाराष्ट्र की कर्मचारी की शिकायत पर उदनापल्ली पुलिस ने नेलू को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस का बयान
कृष्णगिरि एसपी पी. थंगदुराई ने बताया, “कंपनी ने पुलिस को सूचित नहीं किया, जो उनकी गलती थी। उन्हें जांच के साथ-साथ हमें अवगत कराना चाहिए था।” पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नेलू ने दावा किया कि उसका एक पुरुष मित्र (ओडिशा का, बेंगलुरु में अर्थमूवर ऑपरेटर) उसे ब्लैकमेल कर कैमरा लगाने पर मजबूर कर रहा था। वह एक सप्ताह तक कैमरा रखे रही, लेकिन रविवार को लगा दिया। कोई वीडियो नहीं भेजा गया और कैमरा सादे दृश्य में होने से पकड़ा गया। पुलिस अधिकारी ने कहा, “किसी तरह नेलू खुद भी पीड़िता है।”

एसपी ने पुरुष मित्र की तलाश के लिए विशेष टीम गठित की है। बुधवार को हॉस्टल में 200 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए। 10 टीमों ने 11 में से 9 ब्लॉकों के बाथरूमों की तलाशी ली।

कंपनी की स्थिति
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने कर्मचारियों पर मीडिया से बात करने पर सख्त गोपनीयता समझौता (एनडीए) लागू किया है, जिससे कर्मचारी खुलकर बोलने से हिचकिचा रहे हैं। कंपनी ने अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

यह घटना महिला कर्मचारियों की सुरक्षा और गोपनीयता पर गंभीर सवाल उठाती है। पुलिस जांच जारी है, और प्रदर्शनकारी न्याय की मांग कर रही हैं।

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