धर्मेंद्र का निधन उस समय हुआ जब वे ब्रेच कैंडी अस्पताल से छुट्टी पा चुके थे और घर पर आराम कर रहे थे। 1 नवंबर को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती होने के बाद उन्हें छुट्टी मिली थी, लेकिन आज सुबह उनके घर के बाहर एक एम्बुलेंस देखी गई, जिसके बाद अफवाहें उड़ीं। कई बॉलीवुड सितारे जुहू श्मशान घाट पर पहुंचे, जो उनके अंतिम संस्कार की ओर इशारा कर रहा है।
फिल्म निर्माता करण जोहर ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट साझा कर इसकी पुष्टि की। उन्होंने लिखा, “यह एक युग का अंत है… एक विशाल मेगा स्टार… मुख्यधारा की सिनेमा में हीरो का प्रतीक… अविश्वसनीय रूप से हैंडसम और सबसे रहस्यमयी स्क्रीन प्रेजेंस… वह हमेशा भारतीय सिनेमा के एक सच्चे लेजेंड के रूप में याद रहेंगे… सिनेमा इतिहास के पन्नों में परिभाषित और समृद्ध रूप से मौजूद… लेकिन ज्यादातर वह सर्वश्रेष्ठ इंसान थे… हमारे उद्योग में हर कोई उन्हें बहुत प्यार करता था… उनके आशीर्वाद, उनकी गोद और उनकी अविश्वसनीय गर्मजोशी शब्दों से परे याद आएगी… आज हमारे उद्योग में एक बड़ा खालीपन है… एक जगह जो कभी किसी के द्वारा भरी नहीं जा सकती… हमेशा एक और एकमात्र धर्मजी होंगे… हम आपको बहुत प्यार करते हैं, दयालु सर… स्वर्ग आज धन्य हो गया… आपके साथ काम करना हमेशा मेरा आशीर्वाद रहेगा… और मेरा दिल सम्मान, श्रद्धा और प्यार के साथ कहता है… अभी ना जाओ छोड़के… के दिल अभी भरा नहीं… ओम शांति।”
धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के नसराली गांव में धर्मेंद्र केवाल कृष्ण देओल के रूप में हुआ था। 1960 में ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से उनके करियर की शुरुआत हुई। 1960 के दशक के मध्य में ‘फूल और पत्थर’ (1966) और ‘अनुपमा’ (1966) जैसी फिल्मों से वे स्टार बन गए। उनकी आकर्षक दिखावट, ड्रामा और कॉमेडी में महारत ने उन्हें अमर बना दिया, जैसा कि हृषिकेश मुखर्जी की ‘चुपके चुपके’ में दिखा। 1975 की ‘शोले’ में वीरू का किरदार उनके करियर का सबसे प्रतिष्ठित रोल था, जहां अमिताभ बच्चन के साथ उनकी जोड़ी लेजेंडरी हो गई।
उनकी बहुमुखी प्रतिभा अद्भुत थी। रोमांटिक हीरो से लेकर एक्शन स्टार तक, ‘धर्म वीर’, ‘हुकुमत’, ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ (2023) और ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ (2024) जैसी फिल्मों में उन्होंने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। ‘यमला पगला दीवाना’ जैसे गानों और सिग्नेचर डांस मूव्स ने उन्हें न सिर्फ महिलाओं बल्कि पुरुष प्रशंसकों का भी चहेता बना दिया।
2012 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उनकी आखिरी फिल्म श्रीराम राघवन की ‘इक्कीस’ होगी, जिसमें अमिताभ बच्चन के पोते अगस्त्य नंदा और जयदीप अहलावत मुख्य भूमिकाओं में हैं। यह 25 दिसंबर 2025 को रिलीज होगी।
धर्मेंद्र दो विवाहों से जुड़े थे। पहली पत्नी प्रकाश कौर से उनके चार बच्चे हैं- अभिनेता सनी देओल, बॉबी देओल और बेटियां विजेता व अजीता। दूसरी पत्नी और सह-अभिनेत्री हेमा मालिनी से दो बेटियां ईशा देओल और आहना देओल हैं। उनके निधन से पूरा परिवार शोकाकुल है। सनी और बॉबी देओल समेत कई परिवारजन अस्पताल पहुंचे थे।
बॉलीवुड और प्रशंसक समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है। हेमा मालिनी ने पहले झूठी खबरों पर नाराजगी जताई थी, लेकिन अब वास्तविकता सामने आ चुकी है। विकिपीडिया पर भी उनका निधन दर्ज हो गया है। सोशल मीडिया पर #Dharmendra, #RIPDharmendra जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहां प्रशंसक उनकी फिल्मों के क्लिप्स शेयर कर याद कर रहे हैं।
धर्मेंद्र ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया, जो भारतीय सिनेमा की नींव हैं। उनके बिना हिंदी सिनेमा में एक बड़ा शून्य छोड़ गए। ओम शांति। पूरा देश उनके योगदान के लिए आभारी रहेगा।

