Gurugram News: बरसात में सड़के तालाब न बनें इसको लेकर हरियाणा सरकार ने की ये तैयारियां

Gurugram News:  हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने आज गुरुग्राम में आगामी मॉनसून से पूर्व शहर में जलभराव की स्थिति से निपटने को लेकर नगर निगम गुरुग्राम व गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। गुरुग्राम में आयोजित इस बैठक में नगर निगम आयुक्त अशोक गर्ग, अतिरिक्त निगम आयुक्त वाई. एस गुप्ता सहित जीएमडीए के अधिकारी मौजूद रहे।

 

बैठक के दौरान राव नरबीर सिंह ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि बरसात के दौरान अतिवृष्टि एवं जलभराव की रोकथाम के लिए पहले से ही समस्त व्यवस्थाएं पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सभी ड्रेनेज व सीवरेज की सफाई, मानसून से पूर्व निर्धारित समयावधि में पूरे की ली जाए। जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर के नालों का सफाई कार्य प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित किया जाए।

 

आगामी तीन साल में जलभराव की निकासी के लिए पंप व्यवस्था से हटकर स्थाई समाधान की दिशा में आगे बढ़े संबंधित विभाग

उन्होंने नगर निगम व जीएमडीए के अधिकारियों को निर्देष देते हुए कहा कि आगामी तीन साल में जलभराव की निकासी के लिए पंप व्यवस्था से हटकर स्थाई समाधान की दिशा में आगे बढ़े। बरसात के समय ग्रीन बेल्ट में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए कैबिनेट मंत्री ने सुझाव देते हुए कहा कि जीएमडीए के अधिकारी चिन्हित स्थानों पर ट्रायल के तौर पर एक निश्चित चौड़ाई का गड्ढा बनाकर, उसमें जमीन स्तर से एक फ़ीट ऊपर तक ईंटों से भरवाना सुनिश्चित करें। इससे कम खर्च में एक तरफ जहां प्राकर्तिक रूप से जलस्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी। वहीं लोगों की सुरक्षा की दृष्टि से भी यह ठीक होगा।

यमुना को साफ करने का लक्ष्य निर्धारित

राव नरबीर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में यमुना को साफ करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। ऐसे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि गुरुग्राम के ड्रेनेज सिस्टम में फैक्ट्रियों का केमिकल युक्त पानी नहीं गिरना चाहिए। अधिकारियों द्वारा दिल्ली क्षेत्र में नजफगढ़ ड्रेन की डिसिल्टिंग के विषय पर उन्होंने कहा कि वे जल्द ही इस दिशा में दिल्ली सरकार से चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा संज्ञान में आया है कि शहर में चल रहे सड़क मरम्मत कार्य के दौरान साथ लगते नालों की सफाई नहीं की जा रही, जिससे मॉनसून के समय नालों के ओवरफ्लो होने से सड़क को पुनः क्षति पहुँचेगी। इसके अतिरिक्त कई स्थानों पर नालों के होल्स सड़क के स्तर से ऊंचे होने के कारण रिहायशी स्थानों पर जलभराव को स्थिति बनती है। मंत्री ने कहा कि अधिकारी कार्य की गुणवत्ता व निर्धारित प्रक्रिया की निरन्तर मोनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि एक अभियान के तहत सभी रिहायशी सोसाइटी में स्थापित एसटीपी की जांच सुनिश्चित की जाए कि उनमें से कितने प्रभावी रूप से कार्य कर रहे हैं।

कैबिनेट मंत्री ने बैठक में अन्य मुद्दे जैसे नगर निगम गुरुग्राम से जल शुल्क का भुगतान, एमसीजी द्वारा अंडरपास की सफाई, कॉलोनियों में सीधा कनेक्शन,  बूस्टिंग स्टेशन तक जाने वाली पाइप लाइन में सीधा कनेक्शन, अनधिकृत क्षेत्रों में पानी पर नियंत्रण, सड़क की नालियों में स्ट्रीट स्वीप का डंपिंग, सेक्टरों के मुख्य नाले के साथ आंतरिक नाले की कनेक्टिविटी आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

 

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