Gurugram News: क्या रील के चक्कर में गयी राधिका की जान, मां का बयान, ‘मेरी बेटी का चरित्र बिल्कुल ठीक था’

Gurugram News: हरियाणा के गुरुग्राम में 25 वर्षीय स्टेट लेवल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उनके ही पिता दीपक यादव द्वारा गोली मारकर की हत्या।इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद राधिका की मां मंजू यादव का पहला बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने अपनी बेटी के चरित्र का बचाव करते हुए कहा, “मेरी बेटी का चरित्र बिल्कुल ठीक था।” ‘मुझे नहीं पता क्यों हुआ ये सब’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंजू यादव ने पुलिस को मौखिक रूप से बताया कि घटना के समय वह घर पर थीं, लेकिन उन्हें तेज बुखार था, जिसके कारण वह अपने कमरे में आराम कर रही थीं। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि मेरे पति ने राधिका की हत्या क्यों की। मैं कमरे में थी, और मुझे घटना के बारे में कुछ भी नहीं पता।” हालांकि, मंजू ने पुलिस के बार-बार अनुरोध के बावजूद लिखित बयान देने से इनकार कर दिया है, जिसके कारण कई सवाल उठ रहे हैं।
यह खौफनाक घटना 10 जुलाई 2025 को सुबह करीब 10:30 बजे गुरुग्राम के सेक्टर-57, सुशांत लोक-2 में घटी । राधिका उस समय रसोई में खाना बना रही थी, क्योंकि उस दिन उनकी मां मंजू का जन्मदिन था। अचानक, उनके पिता दीपक यादव ने अपनी लाइसेंसी .32 बोर रिवॉल्वर से राधिका पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी । पांच गोलियों में से तीन राधिका की कमर और पीठ पर लगीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। राधिका को तुरंत सेक्टर-56 के एशिया मरिंगो अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस पूछताछ में दीपक यादव ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि वह राधिका के टेनिस अकादमी चलाने और सोशल मीडिया पर उनकी बढ़ती मौजूदगी से नाराज थे। दीपक ने कहा, “जब मैं वजीराबाद गांव में दूध लेने जाता था, तो लोग मुझे ताना मारते थे कि मैं अपनी बेटी की कमाई खा रहा हूं। कुछ लोगों ने तो राधिका के चरित्र पर भी सवाल उठाए, जिससे मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची।” उन्होंने राधिका से अकादमी बंद करने को कहा था, लेकिन उसने इनकार कर दिया, जिसके कारण गुस्से में आकर उन्होंने यह कदम उठाया।
पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि राधिका एक वीडियो में इनाम-उल-हक नामक युवक के साथ बाइक पर नजर आई थीं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। दीपक को यह वीडियो पसंद नहीं था, और इस बात को लेकर परिवार में तनाव बढ़ गया था। पुलिस का मानना है कि राधिका की सोशल मीडिया पर बढ़ती लोकप्रियता और उनकी डिजिटल मौजूदगी दीपक को नागवार गुजर रही थी।

राधिका की मां मंजू की चुप्पी इस मामले में कई सवाल खड़े कर रही है। पुलिस के मुताबिक, घटना के समय मंजू घर की पहली मंजिल पर मौजूद थीं, जहां घटना हुई। फिर भी, उन्होंने लिखित बयान देने से साफ़ मना कर रही है, जिसके कारण कुछ लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या वह अपने पति को बचाने की कोशिश कर रही हैं। मंजू ने मौखिक रूप से कहा, “मैं नहीं समझ पा रही हूं कि मेरे पति ने ऐसा क्यों किया। राधिका का चरित्र पूरी तरह ठीक था।”
25 वर्षीय राधिका यादव हरियाणा की एक उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी थीं, उन्होंने कई स्टेट लेवल टूर्नामेंट में मेडल जीते थे। चोट के कारण उन्होंने प्रोफेशनल टेनिस से ब्रेक लिया और गुरुग्राम के सेक्टर-57 में अपनी टेनिस अकादमी की शुरूआत की , जहां वह बच्चों को कोचिंग देती थीं। इसके साथ ही, वह सोशल मीडिया पर अपनी अकादमी को प्रमोट करती थीं और एक इन्फ्लुएंसर बनने की दिशा में अपना कदम बढ़ा रही थीं।
इस घटना ने समाज में बेटियों की स्वतंत्रता, सोशल मीडिया के प्रभाव और पारिवारिक दबावों पर एक गंभीर बहस छेड़ दी है। राधिका की मेहनत और प्रतिभा ने उन्हें एक उभरता सितारा बनाया था, लेकिन सामाजिक ताने और पिता की रूढ़िवादी सोच ने उनके सपनों को कुचल कर रख दिया। यह घटना एक बार फिर समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या बेटियों की तरक्की और उनकी आजादी को ख़ास करके परिवार और समाज का समर्थन

गुरुग्राम, हरियाणा: हरियाणा के गुरुग्राम में 25 वर्षीय स्टेट लेवल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उनके ही पिता दीपक यादव द्वारा गोली मारकर की हत्या।इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद राधिका की मां मंजू यादव का पहला बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने अपनी बेटी के चरित्र का बचाव करते हुए कहा, “मेरी बेटी का चरित्र बिल्कुल ठीक था।”
‘मुझे नहीं पता क्यों हुआ ये सब’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंजू यादव ने पुलिस को मौखिक रूप से बताया कि घटना के समय वह घर पर थीं, लेकिन उन्हें तेज बुखार था, जिसके कारण वह अपने कमरे में आराम कर रही थीं। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि मेरे पति ने राधिका की हत्या क्यों की। मैं कमरे में थी, और मुझे घटना के बारे में कुछ भी नहीं पता।” हालांकि, मंजू ने पुलिस के बार-बार अनुरोध के बावजूद लिखित बयान देने से इनकार कर दिया है, जिसके कारण कई सवाल उठ रहे हैं।
यह खौफनाक घटना 10 जुलाई 2025 को सुबह करीब 10:30 बजे गुरुग्राम के सेक्टर-57, सुशांत लोक-2 में घटी । राधिका उस समय रसोई में खाना बना रही थी, क्योंकि उस दिन उनकी मां मंजू का जन्मदिन था। अचानक, उनके पिता दीपक यादव ने अपनी लाइसेंसी .32 बोर रिवॉल्वर से राधिका पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी । पांच गोलियों में से तीन राधिका की कमर और पीठ पर लगीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। राधिका को तुरंत सेक्टर-56 के एशिया मरिंगो अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस पूछताछ में दीपक यादव ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि वह राधिका के टेनिस अकादमी चलाने और सोशल मीडिया पर उनकी बढ़ती मौजूदगी से नाराज थे। दीपक ने कहा, “जब मैं वजीराबाद गांव में दूध लेने जाता था, तो लोग मुझे ताना मारते थे कि मैं अपनी बेटी की कमाई खा रहा हूं। कुछ लोगों ने तो राधिका के चरित्र पर भी सवाल उठाए, जिससे मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची।” उन्होंने राधिका से अकादमी बंद करने को कहा था, लेकिन उसने इनकार कर दिया, जिसके कारण गुस्से में आकर उन्होंने यह कदम उठाया।
पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि राधिका एक वीडियो में इनाम-उल-हक नामक युवक के साथ बाइक पर नजर आई थीं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। दीपक को यह वीडियो पसंद नहीं था, और इस बात को लेकर परिवार में तनाव बढ़ गया था। पुलिस का मानना है कि राधिका की सोशल मीडिया पर बढ़ती लोकप्रियता और उनकी डिजिटल मौजूदगी दीपक को नागवार गुजर रही थी।

राधिका की मां मंजू की चुप्पी इस मामले में कई सवाल खड़े कर रही है। पुलिस के मुताबिक, घटना के समय मंजू घर की पहली मंजिल पर मौजूद थीं, जहां घटना हुई। फिर भी, उन्होंने लिखित बयान देने से साफ़ मना कर रही है, जिसके कारण कुछ लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या वह अपने पति को बचाने की कोशिश कर रही हैं। मंजू ने मौखिक रूप से कहा, “मैं नहीं समझ पा रही हूं कि मेरे पति ने ऐसा क्यों किया। राधिका का चरित्र पूरी तरह ठीक था।”
25 वर्षीय राधिका यादव हरियाणा की एक उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी थीं, उन्होंने कई स्टेट लेवल टूर्नामेंट में मेडल जीते थे। चोट के कारण उन्होंने प्रोफेशनल टेनिस से ब्रेक लिया और गुरुग्राम के सेक्टर-57 में अपनी टेनिस अकादमी की शुरूआत की , जहां वह बच्चों को कोचिंग देती थीं। इसके साथ ही, वह सोशल मीडिया पर अपनी अकादमी को प्रमोट करती थीं और एक इन्फ्लुएंसर बनने की दिशा में अपना कदम बढ़ा रही थीं।
इस घटना ने समाज में बेटियों की स्वतंत्रता, सोशल मीडिया के प्रभाव और पारिवारिक दबावों पर एक गंभीर बहस छेड़ दी है। राधिका की मेहनत और प्रतिभा ने उन्हें एक उभरता सितारा बनाया था, लेकिन सामाजिक ताने और पिता की रूढ़िवादी सोच ने उनके सपनों को कुचल कर रख दिया। यह घटना एक बार फिर समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या बेटियों की तरक्की और उनकी आजादी को ख़ास करके परिवार और समाज का समर्थन|

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