Greater Noida:प्राधिकरण में इस ठेकेदार ने की ये चूक इसलिए लगा जुर्माना!

Greater Noida: शहर के सेक्टर-36 में रखरखाव के काम ठीक ढंग से नहीं करने पर ठेकेदार पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। साथ ही ठेकेदार से सात दिन में सभी व्यवस्थाओं को दूर करते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। अगर स्पष्टीकरण नहीं देते हैं तो ठेकेदार की फर्म को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। इसके साथ ही सेक्टर 36 व 37 का काम देख रहे सुपरवाइजर एवं तकनीक सुपरवाइजर को नौकरी से निकाल दिया गया है।
सेक्टर-36 में रखरखाव काम ठीक नहीं होने पर आरडब्ल्यूए और निवासियों से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से शिकायत की। शिकायत के बाद प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने अपनी टीम के साथ सेक्टर-36 का दौरा किया। दौरे के दौरान पाया कि सेक्टर में उद्यानिकी अनुरक्षण कार्य मानकों के अनुरूप नहीं है। सिंचाई के अभाव में पेड़ पौधे एवं घास सूख रही है। ऐसे प्रतीत होता है कि कई महीने से सिंचाई कार्य नहीं किया गया है। पेड़ पौधों की निराई गुड़ाई नहीं हुई है। ग्रीन बेल्ट की सफाई भी नहीं की जा रही है। गेट नंबर 4 के पास स्थित ग्रीन बेल्ट में जगह-जगह सूखे पत्तों के ढेर पाए गए। बार-बार मौखिक रूप से भी निर्देशित करने के बावजूद सिविल मरम्मत कार्य पूरा नहीं किया गया। कार्यस्थल पर कार्य सूचक बोर्ड भी नहीं लगा है। ग्रीन बेल्ट एवं पार्कों की दयनीय स्थिति के कारण आरडब्ल्यूए और सेक्टरवासियों में रोष है। सोशल मीडिया के जरिए रोजाना शिकायत आती है।

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वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने ठेकेदार पर 10 लाख रुपये का जुमार्ना लगाया है। उन्होंने ठेकेदार को चेतवानी दी है कि सात दिनों के अंदर सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करें। अगर तय समय पर काम नहीं ठीक किया तो फर्म को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा। उन्होंने उद्यान विभाग में सेक्टर 36-37 का काम देख रहे सुपरवाइजर और तकनीक सुपरवाइजर को नौकरी से निकाल दिया है। इससे पहले वरिष्ठ प्रबंधक ने सेक्टर अल्फा और बीटा के ठेकेदारों पर एक-एक लाख रुपये का जुमार्ना लगा चुके हैं।

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