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हरियाणा के शमशान घाटों के चारों तरफ सरकार लगायेगी पेड़ – कंवरपाल
हरियाणा के वन मंत्री कंवरपाल ने कहा कि प्रदेश के सभी गांवों के श्मशान घाटों के चारों ओर पेड़ लगाए जाएंगे। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को सभी पंचायतों से बातचीत करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने जगाधरी से ताजेवाला 4 लेन तथा अंबाला-सहजादपुर-नारायणगढ़-काला अम्ब रोड़ की क्लीयरेंस शीघ्र देने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए।
वन मंत्री ने कहा कि समाज को पेड़ों की महत्ता के विषय में जागरूक करने की आवश्यकता है, क्योंकि पेड़ बचेगा तो जीवन बचेगा। उन्होंने कहा कि स्कूली विद्यार्थियों, उद्योग मालिकों, ग्राम स्तर पर लोगों तथा एनजीओ को साथ लेकर राज्य में अधिक से अधिक भूमि पर पेड़ लगाने की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने और उनके जीवित रहने की दर में वृद्घि सुनिश्चित की जाए। इसके लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने और उनकी सुरक्षा करने वालों को जिला स्तर पर तथा राज्य स्तर पर 51 हजार से एक लाख रुपए तक का पुरस्कार भी दिया जाएगा।
कंवर पाल ने कहा कि नौवीं से 12वीं कक्षा तक स्कूली विद्यार्थियों को स्कूलों एवं उनके आसपास पौधे लगाने और उनकी सुरक्षा करने पर 5 अंक देने का प्रावधान किया जाएगा। इसके साथ ही अधिकारियों को स्कूली कैलेंडर में पर्यावरण संरक्षण पर लघु नाटिका एवं भाषणों को भी शामिल करने का निर्देश दिए हैं। कॉलेजों तथा विद्यालयों में पर्यावरणविद्घों के भाषण करवाएं जाए ताकि बच्चों को पेड़ों की महत्ता और पर्यावरण की आवश्यकता की जानकारी मिल सके।
वन मंत्री ने कहा कि पेड़ों की अवैध कटाई करने पर पूर्ण प्रतिबंध रहे। इसके साथ ही यदि कोई भी व्यक्ति ऐसा करते पाया जाए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए भारी जुर्माना लगाया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पौधा रोपण के तरीकों में सकारात्मक बदलाव लाएं ताकि प्लांटेशन को जमीनी स्तर पर प्रभावशाली बनाया जा सके। इसके साथ ही राज्य के चार बिश्नोई बाहुल्य जिलों हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और भिवानी में पौधे लगाना सुनिश्चित किया जाएगा, क्योंकि बिश्नोई समाज वन और वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति काफी सचेत है।
कंवरपाल ने कहा कि लिंक रोड़ तथा घरों के पास लगे पुराने सफेदों की कटाई की जाए। इसके साथ ही किसानों के खेतों के पास पौधे लगाए जाए, जिससे किसानों को लाभ हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जैव विविधता को बढ़ाने के लिए 20 से 50 एकड़ तक भूमि पर पार्क बनाने का विचार किया जा रहा है ताकि वन्यजीवों एवं पक्षियों का संरक्षण हो सके। बैठक में वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग, पीसीसीएफ जगदीश चन्द्र सहित विभाग के अनेक अधिकारी मौजूद थे।