एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि खोसला नाइटक्लब के मालिकों में से एक माना जा रहा है। जिस जमीन पर क्लब बना था, वह खोसला को लीज पर दी गई थी। खोसला मूल जमीन मालिक प्रदीप घाड़ी अमोनकर के साथ लंबे कानूनी विवाद में भी उलझा हुआ है। अधिकारी ने कहा, “घटना के समय खोसला गोवा में था, लेकिन 7 दिसंबर को वह यूके भाग गया। हम केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से उसके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने की औपचारिकताएं पूरी कर रहे हैं।”
इस बीच, पुलिस ने मामले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें क्लब के मालिक सौरभ लूथरा, गौरव लूथरा और अजय गुप्ता के अलावा पांच अन्य शामिल हैं। लूथरा बंधुओं को थाईलैंड से डिपोर्ट कर भारत लाया गया और वे वर्तमान में पुलिस हिरासत में हैं।
आग की घटना में ज्यादातर मौतें दम घुटने से हुईं थी, जबकि क्लब में अग्नि सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। राज्य प्रशासन ने क्लब की इमारत को ध्वस्त करना शुरू कर दिया है और अनजुना बीच पर रोमियो लेन की संपत्ति पर भी कार्रवाई की गई है।
यह मामला गोवा की पर्यटन छवि पर बड़ा असर डाल रहा है, और जांच जारी है।

