गाजियाबाद । छह जुलाई से शुरू होने जा रही कांवड यात्रा को लेकर जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। कांवड यात्रा मार्ग को सुरक्षित बनाने के लिए पूरे मार्ग में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके लिए करीब 180 कैमरे कांवड यात्रा मार्ग में लगाए जाएंगे। जिनकी मदद से पूरी कांवड यात्रा की मॉनीटिरिंग की जाएगी ताकि कहीं कोई गड़बड़ होने पर तत्काल वहां राहत पहुंचाई जा सके। दिल्ली-मेरठ रूट कावंडियों का सबसे मुख्य मार्ग है। यहां से लाखों की संख्या में कांवडियां अपने गंतव्य की ओर निकलते हैं। इसके अलावा शिवरात्रि के अवसर पर दूधेश्वरनाथ मंदिर में तीन दिवसीय कांवड मेला शुरू होगा। जहां लाखो शिवभक्त जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। मंदिर परिसर के अलावा बाहरी क्षेत्र भी पूरी तरह से सीसीटीवी की जद में रहेंगा। कांवडियों के लिए अस्थाई रूप से एसडी इंटर कॉलेज, पीजी कॉलेज, रामलीला घंटाघर मैदान और जिला अस्पताल में शिविर बनाए जाते हैं।
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जहां सैंकडों की संख्या में कांवडिया रूकते हैं और जलाभिषेक के उपरांत घरों की ओर रवाना होते हैं। इसके लिए इन अस्थाई शिविरों में भी सीसीटीवी लगाए जाएंगे ताकि समय रहते किसी भी समस्या से निबटा जा सके। दूधेश्वरनाथ मंदिर परिसर और उसके आसपास भी करीब 50 से अधिक सीसीटीवी होंगे जिनकी मॉनीटिरिंग मंदिर परिसर व जस्सीपुरा मोड स्थित पुलिस चौकी से की जाएगी।
18 वॉच टावर के लिए सर्वे पूरा
कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर इंतजाम पुख्ता करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। निगम और प्रशासन विभाग की ओर से शहर में ऐसे स्थानों का चुनाव कर लिया है जहां वॉच टावर लगाए जाएंगे। शहरी क्षेत्र में 18 स्थानों पर वॉच टावर लगाए जाएंगे। वैसे पूरे जिले में वॉच टावर की कुल संख्या 40 निर्धारित की गई है। वॉच टावर की मदद से ही शहर के प्रत्येक कावंड़ रूट पर प्रशासन नजर रखेगा। गत दिनों इसके लिए एक बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में बताया गया था कि शहर और ग्रामीण एरिया में कांवड़ सुरक्षा के लिए व्यवस्थाएं की जाएंगी। इसके लिए पूरे जिले में चालीस स्थानों पर कांवड़ सुरक्षा की जाएगी।