जीडीए सख्त उपाध्यक्ष ने बिल्डर साइटों पर निगरानी के दिए निर्देश

Ghaziabad news जीडीए के उपाध्यक्ष नंद किशोर कलाल ने सोमवार को अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रेप ) के प्रावधानों का सख्ती से पालन कराया जाएगा और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उपाध्यक्ष ने निर्देश दिए कि वायु प्रदूषण नियंत्रण को अभियान के रूप में संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि जीडीए की सभी कालोनियों में चार शिफ्टों में निरंतर पानी का छिड़काव किया जाए, ताकि सड़कों पर उड़ने वाली धूल को नियंत्रित किया जा सके। इसके लिए वॉटर स्प्रिंकलर, जेटिंग मशीनें, रोड स्वीपिंग मशीनें और एंटी-स्मोक गन का लगातार उपयोग करने के निर्देश दिए गए।
अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल जीडीए की कालोनियों में दो शिफ्टों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है और सेंट्रल वर्ज एवं ग्रीन बेल्ट इलाकों में भी यह कार्य निरंतर जारी है। खुले में कूड़ा जलाने वालों और भट्टियों का संचालन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा रही है।
उपाध्यक्ष ने बिल्डर साइटों पर विशेष निगरानी रखने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक निर्माण स्थल पर ग्रीन नेट लगाना अनिवार्य होगा, निर्माण सामग्री खुले में न रखी जाए और एंटी-स्मोक गन लगातार चालू रखी जाए। धूल को नियंत्रित करने के लिए साइटों पर नियमित पानी का छिड़काव सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा, जीडीए के प्रवर्तन और निर्माण अनुभागों को संयुक्त रूप से मॉनिटरिंग टीम गठित करने के निर्देश दिए गए हैं, जो यह सुनिश्चित करेगी कि  कहीं भी कूड़ा या वेस्ट मटेरियल न जलाया जाए।
अपने घरों और प्रतिष्ठानों के आसपास पानी का छिड़काव करें
उपाध्यक्ष ने नागरिकों से भी अपील की कि वे अपने घरों और प्रतिष्ठानों के आसपास नियमित पानी का छिड़काव करें और धूल-धुएं से मुक्त वातावरण बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग दें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और पर्यावरण की शुद्धता हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
प्रत्येक नागरिक का सहयोग ही स्वच्छ गाजियाबाद की नींव रखेगा। प्रशासन ने स्पष्ट संकेत दिया है कि नियमों की अनदेखी करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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