पुलिस के अनुसार, 21 वर्षीय अभिषेक मूल रूप से पनियाला थाना क्षेत्र के मोलाहेड़ा गांव का निवासी है। उसके सिर पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था और वह राजस्थान के विभिन्न थानों में 8 आपराधिक मामलों में वांछित था। ये मामले सीकर, जयपुर, झुंझुनू और बेहरोर थानों में दर्ज हैं। गिरफ्तारी के समय उसके पास से तीन देसी पिस्तौल, 12 जिंदा कारतूस और एक अतिरिक्त मैगजीन बरामद की गई।
कोटपूतली-बेहरोर जिले के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र बिश्नोई ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) ने बेहरोर इलाके में अभियान चलाया। अभिषेक वहां किसी अपराध की योजना बना रहा था। दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर पीछा करने के बाद उसे मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। क्यूआरटी कोटपूतली के कांस्टेबल मनोज कुमार और बेहरोर के कांस्टेबल बलदेव ने इस ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई।
अभिषेक के खिलाफ बेहरोर थाने में आर्म्स एक्ट और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत नया मामला दर्ज किया गया है। पुलिस यह जांच कर रही है कि उसने हथियार कहां से प्राप्त किए।
कौन है रोहित गोदारा?
रोहित गोदारा उर्फ रावतराम स्वामी राजस्थान का एक कुख्यात गैंगस्टर है, जो राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं के लिए वांछित है। वह लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार जैसे गैंगस्टरों से जुड़ा रहा है, लेकिन हाल ही में उनके बीच गैंगवार छिड़ गई है। गोदारा ने हाल ही में अमेरिका में लॉरेंस बिश्नोई के करीबी हरि बॉक्सर पर हमले की जिम्मेदारी ली थी और कनाडा में पंजाबी गायक तेजी कहलोन पर गोलीबारी का दावा किया था।
यह गिरफ्तारी राजस्थान में गोदारा गैंग की गतिविधियों पर नकेल कसने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और गैंग के अन्य सदस्यों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।

