Galgotias University: गलगोटिया यूनिवर्सिटी के छात्र गए भाजपा के समर्थन में लेकिन खुल गई उनकी ही पोल अब मैनेजमेंट ने पत्रकार को रिपोर्टिंग करने से रोका
Galgotias University: आप अपने बच्चों को कॉलेज यूनिवर्सिटी भेजकर सोच रहे हैं कि उनका भविष्य संवर रहा है। लेकिन क्या वाकई ऐसा हो रहा है? ग्रेटर नोएडा की गलगोटिया यूनिवर्सिटी के छात्र दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय जाते हैं वो भी प्रदर्शन करने। छात्रों को पता नहीं कि किस मकसद से उनको भेजा गया। बस भाजपा का समर्थन करने को कहा गया। ये किसने कहाँ और किसके कहने पर गलगोटिया यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट ने छात्रों को वहाँ भेजा? ये सवाल अभी भी लोगों के जहन में उबर रहे है। जय हिन्द जनाब ने जब इस मामले में तहकीकात करने की कोशिश की। तब गलगोटिया इंजीनियरिंग कॉलेज के पास छात्रों से बातचीत करते ही मैनेजमेंट के कान खड़े हो गए।
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देखते ही देखते पत्रकार मोहम्मद इमरान को रिपोर्टिंग करने से रोक दिया गया। हालांकि ये सब कुछ सभ्य तरीके से हुआ लेकिन यही कहा गया कि आप 1-2 दिन रुक जाईये। फिर आप अपनी रिपोर्टिंग कर लीजिएगा। इससे पता चलता है कि गलगोटिया मैनेजमेंट अपनी करतूत से कितना भयभीत हो गया है, क्योंकि जिस वक्त गलगोटिया यूनिवर्सिटी के छात्र कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे थे। तब कई न्यूज़ चैनलों ने इसे कवर किया। चैनल के पत्रकारों ने छात्रों से बातचीत की और उनके हाथ में जो दफ्तियां थी। उस को लेकर सवाल पूछ लिए। देखिए कि यूनिवर्सिटी में छात्र कितना अच्छा पढ़ रहे हैं। लाखों रुपए महीना फीस ले रहे हैं छात्रों को ढंग से ना तो हिंदी पढ़नी आती है और ना ही अंग्रेजी आती है। सोच लीजिए कि ये यूनिवर्सिटी कहीं आपके बच्चे को वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी तो मे तो तब्दील नही रही है। खैर इस संबंध में जय हिन्द जनाब ने गलगोटिया यूनिवर्सिटी के सीएमडी सुनील गलगोटिया और ध्रुव गलगोटिया से संपर्क साधा लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
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यदि आप अपने बच्चे को भविष्य में कामयाब बनाना चाहते हैं तो ऐसी यूनिवर्सिटी से बचें
जिस तरह से गलगोटिया यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट की हरकत सामने आई है उससे यही प्रतीत होता है कि यूनिवर्सिटी आपके बच्चे को भविष्य के लिए तैयार नहीं करना बल्कि एक पार्टी के लिए तैयार किया जा रहा है। बच्चों की सोच सीमित की जा रही है यदि आप न्यूज़ चैनल आज तक का वो वीडियो देख लेंगे जिसमें उनका पत्रकार छात्रों से बात कर रहा है तो आप तुरंत अपनी प्लानिंग कैंसिल कर देंगे। इस यूनिवर्सिटी या कॉलेज में अपने बच्चे का दाखिला नहीं कराना है। यदि आप अपने बच्चे का दखिला कराने जाएंगे तो ऐसा लगेगा कि यूनिवर्सिटी में दाखिलों के लिए मारामारी है।