न्यू नोएडा के नाम पर बढी धोखाधड़ी, जमीन खरीदने से पहले जांच ले ये पैरामीटर्स, निर्माण पर भी रोक
New Noida: जब से न्यू नोएडा कि डेवलपमेंट की बात शुरू हुई है तब से दादरी से लेकर खुर्जा तक जमीन के रेट आसमान छूने लगे हैं। रेट तो छोड़िए जमीन खरीद फरोख्त के नाम पर धोखाधड़ी भी हो रही है। अखबारों में अच्छी अच्छी खबरें पढ़कर जमीन खरीदने वालों को सावधान रहने की जरूरत है। पिछले पाँच वर्षों से न्यू नोएडा की आहट शुरू हो गई, जो अब कागजों में बदल गई। मौके पर क्या हो रहा है कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन अब प्राधिकरण में इस एरिया में होने वाले निर्माण को अवैध घोषित करने की प्लानिंग कर ली है। जमीन खरीदने से पहले कई पैरामीटर्स को देखने की जरूरत है नहीं तो आप भी ठगी का शिकार हो सकते हैं।
अब न्यू नोएडा में अवैध रुप से होपने वाले निर्माण रोकने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है। साथ ही सैटेलाइट सर्वे शुरू करा दिया गया है। न्यू नोएडा को चार चरण में विकसित किया जाएगा। काम में तेजी के लिए न्यू नोएडा क्षेत्र में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) के पास नया दफ्तर बनाया जाएगा।
सीईओ लोकेश एम ने अधिकारियों के साथ बैठक
प्राधिकरण से एडिशनल स्टाफ की मांग भी शासन से की जाएगी। नए शहर का पहला फेज तीन साल में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस संबंध में नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने अधिकारियों के साथ बैठक की।
पास हुआ है मास्टरप्लान 2041
बता दें कि सीईओ लोकेश एम ने कहा कि न्यू नोएडा क्षेत्र में निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। रोक 18 अक्टूबर से मान्य होगी। 18 अक्टूबर के बाद जो भी निर्माण हुए हैं या होंगे वे सभी अवैध माने जाएंगे। इसी दिन इस एरिया का मास्टरप्लान 2041 पास किया गया है।
सैटेलाइट इमेज से पता लगाया जाएगा
सीईओ ने इस बारे में लोगों को जागरूक करने के निर्देश प्राधिकरण अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अवैध निर्माणों को तोड़ा जाएगा। बैठक में अधिकारियों ने सीईओ को जानकारी दी कि न्यू नोएडा एरिया में 18 अक्टूबर के सैटेलाइट फोटो खरीदने शुरू कर दिए हैं। क्षेत्र में फोटो कराने का काम भी शुरू कर दिया गया है। इससे पता चलेगा कि 18 अक्टूबर तक कहां-कहां कितना निर्माण है। इसके बाद जो नए निर्माण होंगे उनके बारे में सैटेलाइट इमेज से पता चल जाएगा। जमीन खरीदने के दौरान एरिया पर निर्माण की स्थिति के लिए 18 अक्टूबर 2024 की सैटेलाइट इमेज से मिलान करा लिया जाएगा।
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