Foundation day: मोदी ने उत्तराखंड के लोगों को स्थापना दिवस की बधाई दी
1 min read

Foundation day: मोदी ने उत्तराखंड के लोगों को स्थापना दिवस की बधाई दी

Foundation day:  नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को उत्तराखंड के लोगों को राज्य के स्थापना दिवस की बधाई दी और इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान सरकार उत्तराखंड के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। श्री मोदी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक वीडियो संदेश के माध्यम से आने वाली तिमाही सदी में ‘विकसित भारत’ के लिए ‘विकसित उत्तराखंड’ हासिल करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और लोगों से राज्य के आगामी 25 वर्षों के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करने का आग्रह किया।

Foundation day:

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि उत्तराखंड विकास के नए कीर्तिमान बना रहा है और नयी उपलब्धियां हासिल कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य ने सतत विकास लक्ष्य सूचकांक के मामले में पहला स्थान हासिल किया है। श्री मोदी ने कहा कि उत्तराखंड को ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ श्रेणी में ‘अचीवर्स’ और स्टार्टअप श्रेणी में ‘लीडर’ के रूप में रखा गया है। उन्होंने बताया कि राज्य की विकास दर में 1.25 गुना वृद्धि हुई है और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, प्रति व्यक्ति आय 2014 में 1.25 लाख रुपये से बढ़कर 2.60 लाख रुपये सालाना हो गई है और सकल घरेलू उत्पाद 2014 में एक लाख 50 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर आज लगभग तीन लाख 50 हजार करोड़ रुपये हो गया है।

प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के विकास कार्याें का उल्लेख करते हुए बताया कि वर्ष 2014 में नल का जल कवरेज पांच प्रतिशत घरों से बढ़कर आज 96 प्रतिशत से अधिक हो गया है और ग्रामीण सड़कों का निर्माण 6,000 किमी से बढ़कर 20,000 किमी हो गया है। उन्होंने लाखों शौचालयों के निर्माण, बिजली आपूर्ति, गैस कनेक्शन, आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज का भी जिक्र किया और कहा कि सरकार समाज के सभी वर्गों के साथ खड़ी है।

श्री मोदी ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इस साल उत्तराखंड में छह करोड़ पर्यटक और तीर्थयात्री आए। उन्होंने कहा कि पिछले साल 54 लाख तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर आए, जबकि 2014 से पहले यह संख्या 24 लाख थी। इससे होटल, होमस्टे, परिवहन एजेंट, कैब चालक आदि को लाभ हुआ। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पिछले कुछ वर्षों में 5000 से अधिक होमस्टे पंजीकृत किए गए हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उत्तराखंड के निर्णय और नीतियां देश के लिए मिसाल कायम कर रही हैं। उन्होंने समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन का भी जिक्र किया, जिस पर पूरे देश में चर्चा हो रही है। इसके अलावा उन्होंने युवाओं की सुरक्षा के लिए नकल विरोधी कानून का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में भर्तियां पारदर्शिता के साथ हो रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि नौ का अंक बहुत ही शुभ माना जाता है। उन्होंने प्रदेशवासियों और उत्तराखंड आने वाले यात्रियों-श्रद्धालुओं से नौ आग्रह किए। उन्होंने कहा कि पांच आग्रह उत्तराखंड के लोगों से और चार आग्रह यात्रियों-श्रद्धालुओं से। उन्होंने स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि अपनी आने वाली पीढ़ियों को अपनी गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनसारी जैसी बोलियां सिखाएं। ये बोलियां उत्तराखंड की पहचान को मजबूत बनाने के लिए भी जरूरी है। दूसरे, ‘एक पेड़ मां के नाम’ आंदोलन को सभी को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा,“ देश भर में ये अभियान तेज गति से चल रहा है। उत्तराखंड भी इस दिशा में जितनी तेजी से काम करेगा, उतना ही हम पर्यावरण परिवर्तन की चुनौती से लड़ पाएंगे।”

श्री मोदी ने कहा, “मेरा तीसरा आग्रह है कि आप सभी नदी, नालों का संरक्षण करें। पानी की स्वच्छता को बढाने वाले अभियानों को गति दें। प्रधानमंत्री ने चौथा आग्रह किया कि अपनी जड़ों से जुड़े रहें। अपने गांव लगातार जाएं और वहां से संबंध मजबूत रखें। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों से मेरा पांचवां आग्रह है कि अपने गांव के पुराने घरों को भी बचाएं। इन्हें आप होम-स्टे बनाकर अपनी आय बढ़ाने का साधन बना सकते हैं।”

Foundation day:

प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड आने वाले सभी पर्यटकों से भी चार आग्रह किए। उन्होंने अपेक्षा की कि– जब भी आप हिमालय की गोद में पहाड़ों पर घूमने जाएं, तो स्वच्छता को सर्वोपरि रखें। वोकल फ़ॉर लोकल के मंत्र को वहां भी याद रखें। उन्होंने कहा, “आपकी यात्रा का जो खर्च होता है, उसमें से कम से कम पांच प्रतिशत स्थानीय लोगों द्वारा उत्पादित प्रोडक्ट खरीदने में खर्च करें। मेरा तीसरा आग्रह है कि आप जब भी पहाड़ पर जाएं तो वहां के ट्रैफिक नियमों का ध्यान जरूर रखें। चौथा और अंतिम आग्रह है कि धार्मिक स्थलों के रीति-रिवाजों, वहां के नियम-कायदों के बारे में यात्रा से पहले जरूर पता कर लें।”

Uttarakhand Foundation Day

श्री मोदी ने कहा,“ हमारी सरकार विकास के साथ विरासत को भी सहेजने में जुटी है। देवभूमि की संस्कृति के अनुरूप, केदारनाथ धाम का भव्य और दिव्य पुनर्निर्माण किया जा रहा है। बद्रीनाथ धाम में विकास कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं। मानस खंड मंदिर माला मिशन के तहत, पहले चरण में 16 पौराणिक मंदिर क्षेत्रों को विकसित किया जा रहा है।”

उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद हुए हैं। कुछ साल पहले बाबा केदार के दर्शन के बाद उनके चरणों में बैठकर कहा था कि ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा।श्री मोदी ने कहा,“ बीते वर्षों में उत्तराखंड ने मेरे इस विश्वास को सही साबित किया है। देवभूमि के लोग प्रकृति और पर्यावरण के कितने बड़े प्रेमी होते हैं, ये सारा देश जानता है।”

प्रधानमंत्री ने कहा,“ देवभूमि उत्तराखंड ने हम सभी को, भाजपा को हमेशा खूब सारा प्यार और अपनत्व दिया है। भाजपा भी देवभूमि की सेवा की भावना से उत्तराखंड के विकास कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। उत्तराखंड के लोगों को अपनी आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए लंबे समय तक अलग राज्य के लिए प्रयास करना पड़ा था। ये प्रयास तब पूरे हुए जब केंद्र में श्रद्धेय अटल जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी-राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (भाजपा-राजग) की सरकार बनी।”

Delhi News: अब जीपीएस के जरिये होगी पानी के टैंकरों और सीवर सफाई मशीनों की मॉनिटरिंग

Foundation day:

यहां से शेयर करें