Dr. Ambedkar Jayanti: नई दिल्ली। दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने सोमवार को बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर जनकपुरी के डाबरी गोल चक्कर स्थित आंबेडकर पार्क में बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस कार्यक्रम का आयोजन बौद्ध समाज संघ ने किया।
Dr. Ambedkar Jayanti:
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कि उन लोगों ने बाबा साहब के अनुयायियों के वोट तो लिए लेकिन बाबा साहब के विचारों को ऊपर करने में किसी ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वे बौद्ध समाज संघ को आज यह वचन देता है कि हम इस पार्क को दिल्ली के कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क की तर्ज पर सुंदर बनाएंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि बाबा साहब वक्त का सांचा बदलने वाले युगपुरुष थे। उन्होंने कहा कि अपने को बाबा साहब का अनुयाई कहना बड़ा आसान है मगर बाबा साहब ने पूरी जिंदगी जो दंश झेला, पीड़ा का अनुभव किया उसका अनुसरण करना बहुत ही मुश्किल है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिस बच्चे को स्कूल से बाहर बैठाया जाता था उस बच्चे ने अपने जीवन में 32 डिग्री हासिल की। ऐसे थे बाबा साहब। चार-चार विषयों में तो उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि ली थी। इसलिए यह दिन हमारे लिए एक समारोह नहीं है बल्कि यह दिन उस महान आत्मा को नमन करने का अवसर है। आंबेडकर ने भारत को एक नई रोशनी दी, एक नई ऊर्जा दी और देश के लोगों को बराबरी का रास्ता दिखाया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ना सिखाया। बाबा साहब कहते थे कि जीवन लंबा होने के बजाय महान होना चाहिए। शिक्षा से ही समाज को बदला जा सकता है।