Double murder in Ara/Bihar Assembly Election News: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच अपराध का साया फिर गहरा गया। आरा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेलघाट गांव के पास शुक्रवार सुबह एक सनसनीखेज डबल मर्डर ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। स्थानीय मिठाई कारोबारी 45 वर्षीय प्रमोद महतो और उनके 22 वर्षीय पुत्र प्रियांशु महतो की अज्ञात बदमाशों ने बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी।
घटना के समय दोनों बाइक पर सवार होकर जा रहे थे, जब हमलावरों ने सड़क किनारे घात लगाकर हमला बोला। सिर और सीने में मारी गईं गोलियों से दोनों मौके पर ही दम तोड़ दिए।
चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या के ठीक एक दिन पहले, यानी गुरुवार को, प्रमोद के बड़े बेटे की सगाई तय थी। परिवार के लिए यह खुशी का मौका बनने की बजाय शोक का सैलाब लेकर आया। मृतक प्रमोद महतो उदवंतनगर प्रखंड के पियनिया (कसाप) गांव के निवासी थे और स्थानीय स्तर पर काफी लोकप्रिय थे। वे एक मिठाई की दुकान चलाते थे, जिसमें प्रियांशु भी उनका हाथ बंटाता था। घर से लगभग 20 किलोमीटर दूर बेलघाट में शव मिलने से पुलिस को संदेह है कि पीड़ितों को फोन या किसी अन्य तरीके से लुभाकर बुलाया गया था।
घटना का विवरण: बाइक सवार पिता-पुत्र पर ताबड़तोड़ फायरिंग
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सुबह करीब 7 बजे प्रमोद और प्रियांशु बाइक पर सवार होकर दुकान की ओर जा रहे थे।
बेलघाट के पास सड़क किनारे खड़ी एक गाड़ी से उतरे दो-तीन हथियारबंद बदमाशों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। सिर, सीने और अन्य हिस्सों में लगीं गोलियों से दोनों लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े। हमलावर मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए। स्थानीय लोगों ने शोर मचाकर पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि प्रमोद के सिर और सीने में दो-तीन गोलियां लगीं, जबकि प्रियांशु के शरीर में कम से कम चार गोलियां धंसी मिलीं। घटनास्थल पर खाली कारतूसों की बरामदगी से साफ है कि यह सुनियोजित हत्या थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला।
हत्या का मकसद: पुरानी रंजिश या व्यापारिक विवाद?
पुलिस अभी हत्या के पीछे की वजह का पता लगाने में जुटी है। प्रारंभिक जांच में पुरानी रंजिश या व्यापारिक विवाद के एंगल पर फोकस है। प्रमोद महतो की दुकान इलाके में प्रसिद्ध थी, और कुछ स्थानीय स्रोतों के अनुसार, वे कभी-कभी जमीन या व्यापार को लेकर छोटे-मोटे विवादों में उलझा करते थे। हालांकि, कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। आरा के एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया, “हम हर संभावित एंगल से जांच कर रहे हैं। फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच चुकी है, और संदिग्धों की पहचान के लिए सर्विलांस का सहारा लिया जा रहा है। जल्द ही खुलासा होगा।”
यह घटना बिहार चुनाव के संवेदनशील माहौल में हुई है, जहां सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद बताई जा रही है। हाल ही में मोकामा में जनसुराज पार्टी के नेता दुलारचंद यादव की हत्या के बाद यह दूसरी बड़ी घटना है, जिसने विपक्षी दलों को सरकार पर निशाना साधने का मौका दे दिया। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, “चुनावी आचार संहिता के बीच बिहार में खुलेआम हत्याएं हो रही हैं। नीतीश सरकार की विफलता साफ दिख रही है।”
परिवार का शोक: सगाई का दिन बना काला अध्याय
परिवार के सदस्य सदमे में हैं। प्रमोद की पत्नी और अन्य रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। बड़े बेटे की सगाई की तैयारियां जोरों पर थीं, लेकिन अब घर में सन्नाटा पसर गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रमोद एक मेहनती इंसान थे, जो परिवार की पूरी जिम्मेदारी संभालते थे। प्रियांशु युवा होने के बावजूद पिता के कंधे से कंधा मिलाकर काम करता था। गांव में शोक सभा बुलाई गई है, और स्थानीय लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और छापेमारी शुरू कर दी है। बिहार पुलिस के डीजीपी के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई है। इलाके में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
यह घटना बिहार के अपराधी तत्वों की बेखौफी को एक बार फिर से जगजाहिर कर दिया है। उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही अपराधियों को पकड़कर परिवार को न्याय दिलाएगी।

