डाक्टर बनीं डिजिटल अरेस्ट का शिकार, जानिए कैसे पढे लिखे लोग होते है डिजिटल अरेस्ट
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डाक्टर बनीं डिजिटल अरेस्ट का शिकार, जानिए कैसे पढे लिखे लोग होते है डिजिटल अरेस्ट

Noida News: कहते हैं कि पढ़े लिखों को बेवकूफ बनाना आसान नहीं और अपनी बातों में फंसाना बेहद मुश्किल है। लेकिन आजकल देखने को मिल रहा है कि पढ़े लिखे लोगों को ही साइबर अपराधी अपना शिकार बना रहे है। ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमे महिला डॉक्टर को साइबर अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट किया और उनसे लाखों रुपये ठग लिए। आप पूरी कहानी जान लेंगे तो हैरान हो जाएंगे। साइबर अपराधियों ने वारंट जारी होने की बात कहकर महिला डाक्टर को करीब 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा। बदमाशों ने मनी लॉन्ड्रिंग में जेल जाने की बात कहकर डॉक्टर से कई बार में रुपये ट्रांसफर करा लिए।

ऐसे लेते है झांसे में
बता दें कि पोर्न वीडियो स्कैम में शामिल होने का डर दिखाकर महिला डाक्टर से 59 लाख रुपये की ठगी कर ली। जालसाजों ने वारंट जारी होने की बात कहकर महिला चिकित्सक को करीब 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा। बदमाशों ने मनी लॉन्ड्रिंग में जेल जाने की बात कहकर डॉक्टर से कई बार में रकम ट्रांसफर करा ली। पीड़ित सेक्टर-77 निवासी डॉ. पूजा गोयल की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

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डॉक्टर दिल्ली के एक अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ

दरअसल, डॉ. पूजा दिल्ली के एक अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं। पुलिस को दी शिकायत में डाॅ. पूजा गोयल ने कहा कि 13 जुलाई को उनके पास कॉल आई। कॉलर ने खुद को टेलीफोन रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कर्मचारी बताया और तुरंत कॉल कथित तौर पर मुंबई के तिलक नगर पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर कर दी। वहां से महिला चिकित्सक को बताया गया कि उनके मोबाइल नंबर से पोर्न वीडियो भेजे जा रहे हैं।
नोएडा में अब तक डिजिटल अरेस्ट के कई मामले सामने आ चुके हैं। जिसमे साइबर अपराधियों की पढ़े लिखे लोगों को ही अपना निशाना बनाया है। विशेषज्ञ बताते है साइबर अपराधी सोचते हैं कि किसी पढ़े लिखे व्यक्ति को यदि ब्लैकमेल किया जाएगा तो वे आसानी से झांसे में आ सकते है। इसीलिए ऐसे ही लोगों को अपना टारगेट बनाते है।

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