सहारनपुर के डीएम ने कावड़ियों के लिए बनाई रोटी
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सहारनपुर के डीएम ने कावड़ियों के लिए बनाई रोटी

सावन में कांवड़ शुरू हो चुके है और उनकी सेवा में लोग जुटे है। दिल्ली हाईवे पर हरिद्वार और कछला के गंगा घाटों की तरफ बढ़ते कांवड़िए जा रहे हैं। इस सबके बीच सहारनपुर के डीएम डॉ. दिनेश चंद्र का कांवड़ियों के लिए रोटी बनाने का एक वीडियो सामने आया है। पहले उन्होंने रोटियां बनाई, उसके बाद कांवड़ियों को कैंप में भोजन परोसा। डीएम सहारनपुर ने कहा कि मुझे यह सौभाग्य मिला। कांवड़ शिविर में शिवभक्तों की सेवा कर सका। लोगों को भी चाहिए कि सावन के महीने में कांवड़ शिविर में अपनी सेवा दें। ये देश की सबसे लंबी यात्रा में एक है।

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सहारनपुर के डीएम डॉ. दिनेश चंद्र अपने कामों को लेकर चर्चा में रहते हैं। चाहे किसान सम्मान राशि को बुजुर्ग किसानों के घर तक पहुंचाने की घटना हो या किसानों को जाकर चेक देने की। ताजा घटना कांवड़ यात्रा में उनकी सेवा से जुड़ी है। 4 जून से शुरू हुई कांवड़ यात्रा में हरियाणा बॉर्डर से लेकर उत्तराखंड के बॉर्डर तक डीएम सहारनपुर खुद व्यवस्था संभाले हुए हैं। कांवड़ शिविर में आने वाले कांवड़ियों की सेवा करने के लिए खुद डीएम डॉ.दिनेश चंद्र पहुंच रहे हैं। देहरादून रोड स्थित एक शिविर में डीएम पहुंचे थे। एडीएम (एफआर) रजनीश मिश्र भी वीडियो में दिखाई दे रहे हैं।

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डीएम डॉ.दिनेश चंद्र का कहना है कि यह आस्था है, जिसको लेकर सभी लोगों को सामने आना चाहिए। श्रावण मास में भगवान शिव की आस्था के चलते लाखों-करोड़ों कांवड़िये हरिद्वार की हर की पौड़ी से जल लेकर अपने गंतव्य की ओर जाते हैं। सबकी अपनी-अपनी मन्नत होती है। कोई जल लेकर आता है तो कोई श्रद्धालु राह में सेवा देता है। डीएम ने कहा कि कांवड़ यात्रा में किसी भी प्रकार की प्लास्टिक की पॉलीथिन का प्रयोग न करें। सभी शिविरों में सिंगल यूज प्लास्टिक पूरी तरह से बैन है। स्टील के बर्तनों में ही कांवड़ियों को भोजन परोसा जा रहा है। साफ सफाई का भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है।

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