Haryana: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश के शहरों और कस्बों में यातायात का दबाव कम करने के लिए आवश्यकता अनुसार बाईपास रोड बनाए जाएंगे। आज उन्होंने राज्य के करीब एक दर्जन बाईपास रोड के मामलों की विस्तार से सुनवाई की और अधिकारियों को इस दिशा में आगे कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
डिप्टी सीएम, जिनके पास लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सडक़ें)का प्रभार भी है, ने आज यहां राज्य के कई बाइपास रोड़ का निर्माण करने को लेकर बैठक बुलाई थी। इस अवसर पर बैठक में विधायक मोहम्मद इलियास के अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद एवं अंकुर गुप्ता समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सडक़ें किसी भी प्रदेश की आधारभूत संरचना का अहम हिस्सा होती हैं, इसीलिए राज्य सरकार आवश्यकतानुसार सडक़ें तथा बाइपास रोड़ का निर्माण कर रही है। उनकी अध्यक्षता में विभिन्न 12 बाइपास रोड़ बनाने के मामलों पर चर्चा की गई। इस दौरान डिप्टी सीएम ने इन बाइपास के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार किए गए नक्शा व प्लान देखे और जमीन की उपलब्धता, अधिक से अधिक लोगों को सुविधाजनक यातायात की व्यवस्था देने आदि के बारे में विचार-विमर्श किया।
Haryana: दुष्यंत चौटाला ने रेवाड़ी जिला के कोसली में नया बाईपास रोड तैयार करने, नूह जिला के पिनगंवा, जींद जिला के उचाना में साऊथर्न-बाइपास, हिसार जिला के नारनौंद में नया बाइपास रोड बनाने के लिए चर्चा की। इसी प्रकार, सोनीपत जिला के गोहाना व गन्नौर कस्बा का फोरलेन बाईपास, झज्जर जिला के बेरी कस्बा का नया बाईपास, सोंधी व पेल्पा बाइपास, चरखी दादरी जिला के बाढड़ा कस्बा का बाईपास बनाने के लिए आगे की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इनके अलावा डिप्टी सीएम ने द्वारका एक्सप्रेसवे से एम्स बाढसा तक नया रोड़ बनाने ,पलवल जिला के मंडकोला सिलानी रोड़ को डीएनडी, केएमपी एवं दिल्ली वडोदरा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए लिंक रोड बनाने पर भी विस्तार से चर्चा की।