देश में पहली बार दिल्ली में शुरू हुई दिल्ली रोबोटिक्स लीग और एचई-21 प्रदर्शनी
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देश में पहली बार दिल्ली में शुरू हुई दिल्ली रोबोटिक्स लीग और एचई-21 प्रदर्शनी

नई दिल्ली। देश में पहली बार दिल्ली में दिल्ली रोबोटिक्स लीग और एचई-21 प्रदर्शनी की शुरूआत हुई है। त्यागराज स्टेडियम में आयोजित दो दिवसीय लीग एवं प्रदर्शनी में 38 स्कूलों की 68 टीमें हिस्सा ले रहीं हैं। इस दौरान रोबो कंचा थीम पर छात्रों ने मॉडल पेश किए और सात एचई-21 स्कूलों के 90 छात्रों ने प्रदर्शनी में अपने 26 प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए। लीग का उद्घाटन कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी सरकार बनने के आठ साल बाद पूरी दुनिया के अंदर सबसे अच्छी शिक्षा दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मिल रही है। लीग में हिस्सा ले रहे बच्चों ने बहुत ही शानदार प्रोडक्ट बनाए हैं। हमारे समय में इस तरह के प्रोडक्ट बनाने के बारे हम सोच भी नहीं सकते थे।

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इन बच्चों ने अपने इनोवेशन के जरिए रोजमर्रा की जिंदगी से संबंधित समस्याओं का समाधान तकनीक के जरिए निकाला है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी, शिक्षा सचिव अशोक कुमार, एसओएसई की सदस्य सचिव नंदिनी महाराज, डीबीएसई के सीईओ केएस उपाध्याय समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी और स्कूली बच्चे मौजूद रहे।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि यह दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली अपनी तरह की अनूठी प्रतियोगिता है। 8-9 साल पहले तक किसी ने भी ऐसे दिन की कल्पना नहीं की होगी, जब दिल्ली सरकार के छात्र रोबोटिक्स प्रतियोगिता में भाग लेंगे लेकिन आज हम दिल्ली रोबोटिक्स लीग के अंतिम दौर की मेजबानी कर रहे हैं।

इस प्रतियोगिता में भाग लेने से छात्रों को रोबोटिक्स में अपने कौशल को विकसित करने और प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है, जो 21वीं सदी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। रोबोटिक्स में अपनी भागीदारी के माध्यम से छात्र क्रिटिकल थिंकिंग, प्रॉब्लम सोल्विंग स्किल्स के साथ टीम में काम करना भी सीख रहे है।
2022 में हुई दिल्ली रोबोटिक्स लीग की शुरूआत
उल्लेखनीय है कि स्कूल आॅफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस ने आईआईटी दिल्ली के आई-हब फाउंडेशन फॉर कोबोटिक्स टेक्नोलॉजी हब के साथ मिलकर दिसंबर 2022 में दिल्ली रोबोटिक्स लीग की शुरूआत की थी। दिल्ली रोबोटिक्स लीग की थीम और वेबसाइट को 16 दिसंबर को लॉन्च किया गया था। इसके बाद इस प्रतियोगिता में स्टूडेंट्स की भागीदारी के लिए दिल्ली के सभी स्कूल आॅफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस में 30 से अधिक बूट कैंप लगाए थे।
शिक्षा निदेशालय को इस प्रतियोगिता के लिए 287 आवेदन प्राप्त हुए थे। स्टूडेंट्स ने रोबोटिक्स लीग में आवेदन के समय अपने रोबोट के बारे में जानकारी देते हुए एक वीडियो भी अपलोड किया था। इसके आधार पर शिक्षा निदेशालय ने फाइनल राउंड में 68 टीमों को चयनित किया। इन्हें अब प्रतियोगिता में शामिल होकर अपने रोबोट को दुनिया के सामने पेश करने का मौका मिल रहा है।

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फ्यूचर फॉरवर्ड प्रदर्शनी में प्रदर्शित होंगे ये प्रमुख प्रोजेक्ट्स
– इलेक्ट्रिक ईगल मोबाइल एप- छात्रों द्वारा डिजाइन किया गया इलेक्ट्रिसिटी सेविंग मोबाइल एप ऊर्जा खपत पर विस्तृत जानकारी देने में मदद करता है। रियल टाइम मॉनिटरिंग, पर्सनल रिकमेंडक्शन और एनर्जी सेविंग के लिए टिप्स भी देता है।
– स्मार्ट एआई वाला चश्मा- यह एक ऐसा चश्मा है, जो फेस ब्लाइंडनेस की दुर्लभ बीमारी से पीड़ित लोगों की मदद के लिए डिजाइन किया गया है। ये चश्मा यूजर के सामने खड़े किसी भी व्यक्ति के फेस को पहचान सकता हैं और ब्लूटूथ इयरफोन के माध्यम से यूजर का नाम बता सकते हैं।
– वॉयस एक्टिवेटेड व्हीलचेयर- इसे दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि एक समावेशी समाज बन सके।
– फायर फाइटिंग बॉट- आॅटोमेटिक काम करने वाले बॉट आग का पता लगाने और उसे बुझाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसका उद्देश्य आग की दुर्घटनाओं को रोकना और सुरक्षित शहरी स्थान बनाना है।
– क्रिप्टोकरेंसी (भविष्य के लिए समाधान)- क्रिप्टोकरेंसी कैसे विकसित होती है, दुनिया भर में इसका असर और वितरण कैसे होता है और यह ब्लॉकचेन के इस्तेमाल को दशार्ता है।
– आॅटोमेटेड हाइड्रोपोनिक सिस्टम- स्मार्ट खेती को बढ़ावा देने और हरित भविष्य के लिए गैर-पारंपरिक तरीकों को अपनाने के विचार के साथ डिजाइन किया गया है।

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