Delhi Police on high alert: दिल्ली पुलिस ने राजधानी में इजरायली और यहूदी संस्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी है। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिली चेतावनी के बाद यह कदम उठाया गया है, जिसमें हनुक्का त्योहार के दौरान संभावित आतंकी हमलों का खतरा जताया गया है। हनुक्का, यहूदियों का आठ दिवसीय प्रकाश पर्व, 14 दिसंबर से 21 दिसंबर तक मनाया जा रहा है।
यह अलर्ट ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 14 दिसंबर को बॉन्डी बीच पर हुए आतंकी हमले के बाद और गंभीर हो गया, जहां हनुक्का उत्सव के दौरान दो बंदूकधारियों ने गोलीबारी की। इस हमले में कम से कम 15 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए। हमलावरों की पहचान साजिद अकरम (50) और उनके बेटे नवेद (24) के रूप में हुई है। इस घटना ने विश्व स्तर पर यहूदी समुदायों के लिए खतरे की आशंका बढ़ा दी है।
खुफिया सूत्रों के अनुसार, शिया मिलिशिया, इस्लामिक स्टेट (आईएस), अल-कायदा और उनके क्षेत्रीय सहयोगी जैसे संगठन विश्व भर में इजरायली और यहूदी हितों को निशाना बना सकते हैं, जिसमें भारत भी शामिल है। दिल्ली में विशेष रूप से इजरायली दूतावास, वाणिज्य दूतावास, सिनेगॉग (यहूदी पूजा स्थल), यहूदी सामुदायिक केंद्र, चबाड हाउस और इजरायली नागरिकों के पसंदीदा पर्यटन स्थलों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सभी 15 जिलों, दिल्ली मेट्रो और रेलवे पुलिस को संवेदनशील स्थलों की तत्काल सुरक्षा समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “बड़ी सभाओं, धार्मिक आयोजनों और संवेदनशील परिसरों के आसपास अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। गश्त की संख्या बढ़ाई गई है, कमजोर स्थलों पर अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं और क्विक रिस्पॉन्स टीम्स (क्यूआरटी) को तैनात रखा गया है।”
इसके अलावा, इजरायली हितों से जुड़े होटलों, रेस्तरां और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा भी मजबूत की गई है। अलर्ट केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है; मुंबई, बेंगलुरु, गोवा जैसे अन्य महानगरों में भी समान निर्देश जारी किए गए हैं, जहां इजरायली पर्यटक और व्यवसायी अधिक सक्रिय हैं।
पिछले घटनाओं को देखते हुए यह सतर्कता और महत्वपूर्ण है। 2008 के मुंबई हमलों में चबाड हाउस (नरीमन हाउस) को निशाना बनाया गया था, जिसमें कई लोग मारे गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिडनी हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
अधिकारियों का कहना है कि यह उपाय निवारक हैं और जनता को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई है। हनुक्का के शेष दिनों में सुरक्षा व्यवस्था इसी तरह सख्त रहेगी।

