Delhi News: नई दिल्ली। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने ऊर्जा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की दिशा में गुरुवार काे अंतरराष्ट्रीय जलवायु नीति के लिए राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार जॉन पोडेस्टा के नेतृत्व में आए अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात कर एक उपयोगी चर्चा की। इस दाैरान उनके साथ बिजली और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक और विद्युत मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी माैजूद रहे।
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केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण को चलाने में भारत-अमेरिका साझेदारी के महत्व को रेखांकित किया। दोनों पक्षों ने इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। ऊर्जा मंत्रालय ने यह जानकारी जारी अपने एक बयान में दी।
इस दाैरान मनोहर लाल ने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच विचार-विमर्श के दौरान लंबे समय से चली आ रही द्विपक्षीय साझेदारी पर जोर दिया। उन्हाेंने कहा कि ऊर्जा मंत्रालय इस साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। ‘पावर एंड एनर्जी एफिशिएंसी पिलर’ के तहत भारत और अमेरिका के बीच जुड़ाव ऊर्जा संक्रमण को प्राप्त करने के हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
मंत्रालय के मुताबिक, बैठक के दाैरान ग्रिड और ट्रांसमिशन आधुनिकीकरण प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए नीतिगत परामर्श और संभावित वित्तीय सहायता पर भी चर्चा हुई।बड़े ट्रांसफार्मर जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत की विनिर्माण क्षमता का निर्माण करने के अवसर चर्चा के प्रमुख विषय थे, जिसका उद्देश्य घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता को कम करना था।
इस दाैरान ग्रिड-स्तरीय बैटरी भंडारण समाधानों पर आगे सहयोग के साथ, लंबी अवधि के ऊर्जा भंडारण अध्ययनों पर राज्य-से-राज्य साझेदारी की संभावनाओं पर चर्चा की गई। चर्चा के दाैरान उच्च दक्षता वाले एयर कंडीशनिंग सिस्टम और पंखों के निर्माण, तैनाती और निर्यात के लिए भारत की क्षमता बढ़ाने के लिए विनिर्माण परियोजनाओं और नीतियों को प्रोत्साहित करने के महत्व पर प्रकाश डाला गया।