Delhi News: देश की सोच बदलने के कारण आज का भारत बड़े लक्ष्य हासिल करके दिखा रहा है : प्रधानमंत्री मोदी

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  •  देश में नक्सलवाद अब समाप्ति की ओर है
  • कांग्रेस ने लोगों की प्रेरणा को कुचल दिया था

Delhi News: नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में पिछले एक दशक में किए गए सुधारों कार्यों की बदौलत जनमानस में जागे आत्मविश्वास का उल्लेख करते हुए कहा कि देश की सोच बदलने के कारण आज का भारत बड़े लक्ष्य हासिल करके दिखा रहा है। प्रधानमंत्री गुरुवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में रिपब्लिक प्लेनरी समिट को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज दुनिया कह रही है कि यह भारत की सदी है। भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियों ने वैश्विक स्तर पर नई आकांक्षाओं और उम्मीदों को जगाया है। एक समय ऐसा था जब यह कहावत प्रचलित थी कि ‘वो तो डूबेगा, हमें भी ले डूबेगा’, लेकिन अब भारत वैश्विक विकास को आगे बढ़ाने वाली एक प्रेरक शक्ति के रूप में उभरा है।

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उन्होंने कहा कि आज का भारत बड़ा सोचता है और बड़े लक्ष्य तय करता है और आज का भारत बड़े नतीजे लाकर दिखा रहा है। ये इसलिए हो रहा है क्योंकि आज देश की सोच बदल गई है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश के लोगों की प्रेरणा को कुचल दिया था। इसलिए देश के लोगों ने उम्मीद लगानी भी छोड़ दी थी। आज देखिए, हालात और सोच कितनी तेजी से बदल गई है। अब लोग जानते हैं कि कौन काम कर सकता है, कौन नतीजे ला सकता है। आज सदन में विपक्ष भी यही भाषण करता है कि मोदी जी ये क्यों नहीं कर रहे हो। इसका मतलब है कि उनको भी लगता है कि यही करेगा।

प्रधानमंत्री ने नक्सलवाद को लेकर कहा कि देश में नक्सलवाद अब समाप्ति की ओर है। पहले 100 से अधिक जिले इस समस्या से बुरी तरह प्रभावित थे। लेकिन आज यह संख्या घटकर मात्र दो दर्जन रह गई है। यह महत्वपूर्ण प्रगति राष्ट्र प्रथम दृष्टिकोण को प्राथमिकता देने से हासिल हुई है। इन क्षेत्रों में हमने जमीनी स्तर पर शासन देने पर ध्यान केंद्रित किया। लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए हजारों किलोमीटर सड़कें बनाई गईं और स्कूल तथा अस्पताल बनाए गए। इन प्रयासों का असर पूरे देश में दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि निर्णायक कार्रवाई के कारण जहां वन क्षेत्रों से नक्सलवाद का धीरे-धीरे खात्मा हो रहा है, वहीं इसने शहरी क्षेत्रों में भी अपना प्रभाव फैलाना शुरू कर दिया है, जो एक नई चुनौती पेश कर रहा है।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 250 से ज्यादा स्पेस स्टार्टअप्स देश में बन गए हैं, ये हमारे देश के युवाओं के कमाल हैं। भारत में गांव के घरों के प्रॉपर्टी राइट्स देने के लिए हमने स्वामित्व स्कीम शुरू की। इसके लिए हम गांव-गांव में ड्रोन से सर्वे करा रहे हैं और गांव के एक-एक घर की मैपिंग करा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हाल ही में, मुझे लगा कि मुझे एक लाख युवाओं को राजनीति में लाना चाहिए, और वे अपने परिवारों से पहली बार आने वाले होने चाहिए। इस तरह का आयोजन उस उद्देश्य के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। दूसरा, मेरा व्यक्तिगत लाभ यह है कि जो लोग 2029 में वोट देंगे, उन्हें पता नहीं होगा कि 2014 से पहले अखबारों की सुर्खियां कैसी थीं। वे उस समय हुए 10-12 लाख करोड़ रुपये के घोटालों से अनजान हैं। जब वे 2029 में वोट देंगे, तो उनके पास तुलना करने के लिए कुछ भी नहीं होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 65 साल बाद भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। सिर्फ एक दशक में हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। और उसी गति से हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 18 साल पहले, 2007 में, भारत की वार्षिक जीडीपी 1 लाख करोड़ रुपये थी, जो पूरे वर्ष की कुल आर्थिक गतिविधि को दर्शाती थी। हालांकि, आज, गतिविधि का वही स्तर सिर्फ़ एक तिमाही में हासिल किया जाता है। यह उल्लेखनीय परिवर्तन वर्तमान भारत में आर्थिक विकास की तेज़ गति को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्रणाली के माध्यम से गरीबों के बैंक खातों में सीधे 42 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की गई है। दिल्ली से भेजा गया प्रत्येक रुपया बिना किसी बिचौलिए के सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा होता है। इसके अलावा, 10 साल पहले भारत में सौर ऊर्जा की क्षमता नगण्य थी। हालांकि, आज देश सौर ऊर्जा क्षमता के मामले में दुनिया के शीर्ष पांच देशों में गर्व से खड़ा है।

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उन्होंने कहा कि 10 साल पहले सोलर एनर्जी के मामले में भारत की दुनिया में कहीं गिनती नहीं होती थी, लेकिन आज भारत सोलर एनर्जी कैपिसिटी के मामले में दुनिया के टॉप 5 देशों में है। हमने सोलर एनर्जी कैपिसिटी को 30 गुना बढ़ाया है। आज हमारे ट्वॉयज एक्पोर्ट तीन गुना हो चुके हैं। 10 साल पहले तक हम अपनी सेना के लिए राइफल तक विदेशों से इम्पोर्ट करते थे, जबकि बीते 10 वर्षों में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट 20 गुना बढ़ गए हैं।

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