Delhi Mayor Election में फिर हंगामा के आसार

Delhi Mayor Election:   दिल्ली नगर निगम के महापौर चुनाव के दिन एक बार हंगामा होने के आसार नजर आ रहे हैं। मंगलवार को होने वाली सदन की बैठक में फिर निर्वाचित पार्षदों को पहले शपथ दिलाई जा सकती है। तमाम तैयारियों के बीच बैठक का एजेंडा जारी हो गया है। कार्यसूची में सबसे पहले निर्वाचित पार्षदों की शपथ की बात लिखी गई है। इसके बाद मनोनीत पार्षदों की शपथ होगी। अगर पीठासीन अधिकारी ने पिछली बैठक की तरह मनोनीत पार्षदों की शपथ कराई तो इस फिर से हंगामा हो सकता है।

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निगम एक्ट के जानकारों के अनुसार, यह पीठासीन अधिकारी का अधिकार है कि वह निर्वाचित पार्षदों की शपथ पहले कराए या फिर मनोनीत की, लेकिन पूर्व की बैठक में हुए हंगामे के बाद फिर से मनोनीत पार्षदों की शपथ की वजह से फिर से आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा आमने-सामने आ सकते हैं।
दिल्ली नगर निगम सचिव कार्यालय द्वारा जारी एजेंडे की कार्यसूची के अनुसार, पार्षदों और मनोनीत पार्षदों की शपथ के बाद महापौर का चुनाव होगा। इसके बाद उप महापौर का चुनाव होगा। दोनों चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्थायी समिति के छह सदस्यों के लिए चुनाव कराया जाएगा। पिछली बैठक में भी एजेंडे की कार्यसूची भी इसी प्रकार थी, लेकिन जैसे ही पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने मनोनीत पार्षदों को शपथ करानी शुरू की तो हंगामा हो गया था।

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पूरी तैयारी में भाजपा
Delhi Mayor Election: महापौर चुनाव के लिए भाजपा पूरी तैयारी कर रही है। किसी भी प्रकार की गलती न हो इसके लिए भाजपा ने अपने आला नेताओं की तैनाती कर दी है। पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में विभिन्न पूर्व महापौर को जिम्मेदारी दी गई है कि वह पार्षदों के संपर्क में रहने के साथ-साथ उनकी शंकाओं को भी दूर करें। यह नेता पर्दे के पीछे रहकर कार्य करेंगे। दिल्ली भाजपा से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, भाजपा महापौर से लेकर स्थायी समिति के किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं ले रही है। कोशिश दोनों चुनाव को पूरी ताकत से चुनाव लड़ना है।

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