वैसे तो आए दिन नए नए फर्जीवाडे सामने आते रहते है। इस बार बीमारी के नाम पर रुपये लेने का मामला सामने आया है। दरअसल, नोएडा के सेक्टर-63 स्थित एक बीमा कंपनी से एक व्यक्ति ने बीमारी होने की फर्जी रिपोर्ट लगाकर क्लेम ले लिया। जब बाद में दस्तावेजों की जांच की गई तो वह फर्जी निकले। इसके बाद कंपनी की ओर से सेक्टर-63 थाने में मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस ने आरोपी शैलेंद्र कुमार और डॉ बीपी सागर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दोनों के खिलाफ ही धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
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पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सेक्टर-63 स्थित रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के अधिकृत अफसर ओमकार सिंह बताते हैं कि शैलेंद्र कुमार नामक व्यक्ति ने कंपनी से स्वास्थ्य बीमा कराया था। 2020 में इस बीमा के तहत दावा पेश करते हुए कहा गया था कि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी परेशानी के कारण सेक्टर-63 स्थित एक अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। इस दौरान आरोपी ने स्वास्थ्य बीमा के तहत अस्पताल में इलाज और दवा खर्च के रूप में कंपनी से 46 हजार रुपये के दावा किया। आरोपी ने इसके लिए इलाज के दौरान अपनी रिपोर्ट, अस्पताल की दवा की पर्ची के साथ ही अन्य दस्तावेजों को भी प्रस्तुत किया था। इसमें डॉ बीपी सागर के की ओर से सभी तथ्यों को प्रमाणित किया गया था।
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कंपनी को कागजात उपलब्ध कराने के बाद स्वास्थ्य बीमा के तहत मरीज के द्वारा जितने रुपये खर्च हुए थे। उसको कंपनी की तरफ से पास कर दिया गया। कंपनी के अधिकारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि इस दौरान कंपनी में जो दस्तावेज आरोपी के द्वारा प्रस्तुत किए गए थे। इनकी जांच की जा रही थी, जिसमें कुछ संदिग्ध प्रतीत हुआ तो कंपनी की तरफ से पूरे मामले की जांच की गई। जांच में पता चला कि शैलेंद्र कुमार बीमार नहीं हुए थे। शैलेंद्र कुमार ने डॉक्टर बी पी सागर और अन्य लोगों के साथ मिलकर कंपनी से धोखाधड़ी की और अस्पताल में भर्ती होने की झूठी बात बताकर बीमा के लिए दावा किया। थाना प्रभारी एपी सिंह ने बताया कि मामले में न्यायालय के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।