ghaziabad newsनिगम के कुछ अधिकारी नगर निगम के तहत आने वाले सम्पत्ति कर विशेषकर वाणिज्यिक भवनों में अनियमितता बरत रहे थे, वो चाहते थे कि हॉउस टैक्स की दरों में बढ़ोत्तरी कर अनियमितता का दायरा ओर बढ़ाया जा सकें जिससे शहर की जनता पर टैक्स का भार ओर बढ़ जाता। हाउस टैक्स के विषय में पूर्व में भी पत्र महापौर ने लिखे है जिनमे वाणिज्यिक भवनों पर करो कि अनियमितता दर्शाई गयी थी, इसलिए नगर निगम के अधिकारी नही चाहते थे कि सदन की बैठक हो पाए और इसके लिए कुचक्र किया गया। अधिकारियों ने अवकाश के दिन 17 जुलाई को पार्षदो को अपनी निज निवास पर बुलाकर उन्हें भ्रमित किया गया, जिससे कि वो हाउस टैक्स की बढ़ोत्तरी में अपने मतदाताओं व नगर क्षेत्र की जनता की भावना व हितों के विरुद्ध जाकर हाउस टैक्स बढ़ोतरी के अवैध कार्य मे अधिकारियों का साथ दें।
अधिकारियों ने पार्षदो को यह लालच भी दिया कि वह टैक्स बढ़ोतरी कराएं और उनके कहने पर उनके क्षेत्र में जो कार्य चाहेंगे वह हो जाएंगे।
महापौर ने बताया कि इस प्रकार की सूचना मिली तो बहुत आश्चर्यचकित रह गयी, नगर निगम के अधिकारी इस प्रकार की राजनीति कर रहें है यह ठीक नही है। जनता के साथ खिलवाड़ है और पार्षदो को भी बरगलाने का कार्य किया गया है, ऐसा कर के सदन की एवं पार्षदो की मर्यादा भंग की गई है यह किसी भी द्रष्टिकोण से न्यायोचित नहीं है।
निगम अफसरों ने गृहकर बढ़ोतरी को लेकर किया कुचक्र:महापौर
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