गौतमबुद्धनगर पुलिस के काम से खुश दिखे सीएम योगी
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीनों प्राधिकरण एवं पुलिस के अफसरों के साथ बैठक की। इस दौरान पुलिस के काम से खुश दिखे। दरअसल, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गोष्ठी आयोजित की गई जिसमे पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह सीएम के समक्ष वर्ष 2023 में पुलिस द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों का प्रस्तुतिकरण दिया गया। इस दौरान .गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा पिछले 1 वर्ष में स्ट्रीट क्राइम की रोकथाम हेतु निरंतर कार्य किए गए है जिस कारण वर्ष 2023 में वर्ष 2022 के सापेक्ष लूट में 22%, वाहन चोरी में 16% व गृह भेदन में 40% की कमी आई है। पुलिस द्वारा महिला संबंधी अपराधों की रोकथाम हेतु प्रतिदिन विभिन्न कार्यक्रम चलाकर महिलाओं को जागरूक किया गया व जनपद के प्रत्येक थाने पर महिला हेल्प डेस्क व पिंक बूथ की स्थापना की गई। इसके फलस्वरूप वर्ष 2023 में वर्ष 2022 के सापेक्ष दहेज हत्या में 14%, छेड़खानी में 44%, अपहरण में 38% व महिला उत्पीडन के मामलों में 5% की कमी आई है।
पुलिस द्वारा चिन्हित माफियाओं व अपराधियों के विरुद्ध अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही करते हुए वर्ष 2023 में 39 मामलों में 81,87,70,319 रुपए मूल्य की संपत्ति को कुर्क किया गया एवं लगभग 23 करोड़ के कार्यवाही प्रचलित है जोकि पूरे में प्रदेश में नंबर एक है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा चलाए गए वचमतंजपवद बवदअपबजपवद के तहत गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा प्रभावी पैरवी करते हुए 640 मुकदमों में 763 अभियुक्तों को सजा कराई गई। जोकि पूरे प्रदेश में नंबर-1 है। ऑपरेशन दृष्टि के अंतर्गत तीनों जॉन में 31332 सीसीटीवी कैमरों का अधिष्ठापन किया जा चुका है। जोकि पूरे प्रदेश में नंबर-1 है। साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुए 26 विभिन्न सक्रिय गैंग के 356 अपराधी गिरफ्तार किए गए एवं 254 कंप्यूटरध्लैपटॉप, 711 मोबाइल, 58 इंटरनेट कनेक्शन डिवाइस, 2.5 करोड़ रुपए नगद व 83 वाहन बरामद किए गए। कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर द्वारा साइबर से संबंधित पीड़ितों को 2 करोड़ 22 लाख 55 हजार रुपए पीड़ितों को वापस दिलाए गए। सरकार को हजारों करोड़ रूपये की राजस्व क्षति पहुचाने वाले जीएसटी नम्बर सहित फर्जी फर्म तैयार करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया गया, राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले अर्न्तराज्य गैंग के 28 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया जिनसे 14 लाख रूपये नगद, 26 कम्प्यूटर, 3000 फर्जी फर्मों की सूची, 650 लाख व्यक्तियों का पैनडाटा, 60 फर्जी आधार कार्ड, 50 फर्जी सिम कार्ड, 50 इनवॉइस बिल, 2645 करोड आईटीसी एवं करीब 06 करोड़ धनराशि अभियुक्तोंध्संदग्धिों के बैंक अकाऊट में फ्रीज करायी गयी है।
पुलिस द्वारा फर्जी कॉल सेंटर संचालित करने वाले 23 गैंग का पर्दाफाश करते हुऐ गैंग के 293 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया जिनके कब्जे से 203 कम्प्यूटर, 32 लैपटॉप, 144 मोबाईल, 208 सिम, 45 एटीएम, 60 आधार कार्ड, 04 कार, 02 बाईक, 41 लाख 86 हजार रूपये एवं अन्य कम्प्यूटर एसेसीरिज बरामद किये गये। पुलिस द्वारा 04 गैंग जाली करैंसी बनाने वालें का पर्दाफाश करते हुए 17 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से 8 करोड़ 88 लाख 74 हजार रूपये की नकली करेन्सी बरामद मय जाली करेन्सी बनाने वाले उपकरणों सहित बरामद की गयी।
यह भी पढ़े : Sensex rise: RBI के आर्थिक विकास अनुमान बढ़ाने से शेयर बाजार झूमा
पुलिस का सबसे बड़ा काम
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने जनपद में अवैध मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए एंटी नारकोटिक्स सेल की स्थापना की गई जिसके फलस्वरूप नारकोटिक्स के मामलों में कमी आने के साथ-साथ मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले बड़े बड़े गैंग का पर्दाफाश किया गया। 12 विदेशी नागरिको को 76.900 किलोग्राम मैथाफीटामाइन डक्ड। ड्रग्स जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय कीमत 350 करोड़ रुपये, ड्रग्स बनाने के उपकरण व रॉ मेटिरियल जिससे लगभग 130-140 करोड़ रूपये की ड्रग्स तैयार की जा सकती है, कुल 480 करोड का मैथाफीटामाइन मैथ ड्रग्स व 04 कार, 13 मोबाइल, एक डोंगल व चार पासपोर्ट के साथ किया गिरफ्तार।
दिनांक 01.01.2023 से दिनांक 30.11.2023 तक 3965 किलोग्राम गांजा, 103 किलोग्राम चरस, 77 किलोग्राम डक्ड। कतनहे, .148 किलोग्राम कोकीन व 1.610 किलोग्राम डोडा बरामद किया गया है।’
मुख्यमंत्री ने गोष्ठी के दौरान संबंधित को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में नशे के जाल में फंसे युवाओं को निकालने व उनकी काउंसलिंग के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक की टीम को डी एडिक्शन सेंटर(नशामुक्ति केंद्र) नियुक्त किया जाय ताकि युवाओं को नशे से बचाया जा सके।