उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा में कहा कि हमारी सरकार किसानों, कामगारों और युवाओं के साथ संवाद से ही समस्याओं का समाधान कर रही है और आगे भी करेगी। मुख्यमंत्री के इन वक्तव्य को कहे हुए 2 घंटे भी नहीं हुए थे कि भाषण स्थल से करीब 16 किलोमीटर दूर पुलिस ने धरने पर बैठे किसानों और महिलाओं पर लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार कर दी। इतना ही नहीं एनटीपीसी के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों पर मुकदमा भी दर्ज हो गया। 53 किसानों को नामजद कराया गया जबकि 500 अज्ञात हैं।
बताया जा रहा है कि दादरी एसीपी नितिन कुमार सिंह ने किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए ग्रामीणों पर लाठी चार्ज करा दिया। इतना ही नहीं निहत्थी महिलाओं पर जमकर लाठियां बरसाई गई। ऐसे में सवाल उठता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की करनी और कथनी में अंतर है या उनके अफसर उनके कंट्रोल में नहीं है। किसानों ने लाठीचार्ज और पानी की बौछार के विरोध में दादरी विधायक तेजपाल नागर के घर के बाहर धरना भी दिया। इस संबंध में पुलिस बचाव की मुद्रा में नजर आ रही है महिलाओं ने बताया कि पुलिस ने पूरी बर्बरता दिखाते हुए। जमकर लाठियां बरसाई है कुछ किसानों के सिर फोड़ दिए गए। पुलिस अधिकारियों की ओर से यहां मामले की गंभीरता को देखते हुए और किसानों के उग्र होते देख पुलिस फोर्स के साथ साथ आरपीएफ तैनात कर दिया है। फोटो में दिख रहा है कि किस तरह से नियति किसानों पर लाठियां बरसाई गई हैं।