बच्चों में पढाई की आदत बनाने के लिए सीबीएसई अपना रही ये फार्मूला
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक ऐसी पहल की है जिससे बच्चों में पढ़ने का चलन बढेगा। बच्चों में पढाई की आदत बने इसके लिए अब बच्चों के पढ़ने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनवाने की तैयारी कर रहा है। सीबीएसई की ओर से 19 जून को एक समय में सबसे अधिक बच्चों के पढ़ने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास करने की योजना बना रहा है। यह गतिविधि सीबीएसई ऑनलाइन प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म सीबीएसई रीडिंग एप पर की जाएगी। इसके अलावा समझ और सटीकता से पढ़ने की आदत को विकसित करने के लिए छठी से दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए अगस्त में रीडिंग चैलेंज आयोजित किया जाएगा।
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राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों को देखते हुए सीबीएसई ने वर्ष 2021 में रीडिंग मिशन को लांच किया था। इसका उद्देश्य देश भर के सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा देना है। इसके तहत ही बोर्ड ने संबद्ध स्कूलों में पढ़ने से जुड़ी कुछ गतिविधियां कराने का फैसला किया है। बोर्ड अगस्त में रीडिंग चैलेंज आयोजित करेगा। इस चैलेंज के माध्यम से बच्चे की पढ़ने की सटीकता, समझ के साथ पढने की क्षमता, को परखा जाएगा। बोर्ड के अनुसार यह चैलेंज सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के छठी से दसवीं तक के छात्रों के लिए उनकी पढ़ने की समझ और महत्वपूर्ण सोच कौशल को बढ़ाने का एक रोमांचक अवसर है।
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वेबिनार से जुड़ेगे 5वीं से 10वीं तक के छात्र
रीडिंग चैलेंज यानी पढने की गतिविधि दो राउंड में होगी। इसके लिए स्कूलों को सीबीएसई रीडिंग चैलेंज ऑनलाइन पोर्टल पर अपने को पंजीकृत कराना होगा। पहला राउंड स्कूल स्तर पर होगा। इस राउंड में स्कूल प्रत्येक कक्षा से हिंदी व अंग्रेजी के लिए दो-दो छात्रों का चयन करेगा। दूसरा राउंड ऑनलाइन होगा। इसमें विजेता का चयन गति व सटीकता के आधार पर किया जाएगा। इसमें भाग लेने वाले छात्रों को बोर्ड की ओर से ई-प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। इसके अलावा बोर्ड कहानी लेखन के गुण विकसित करने के लिए सीबीएसई बडिंग ऑथर प्रोग्राम भी आयोजित करेगा। इसके लिए पंजीकरण अप्रैल से शुरू हो जाएगा। सभी छात्रों को वेबिनार से जोड़ा जाएगा।