बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज यानी रविवार को यूसीसी यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन किया। हालांकि, उन्होंने भाजपा सरकार के लागू करने के तरीके पर सवाल उठाए हैं। मायावती ने कहा, हमारी पार्टी यूसीसी लागू करने के खिलाफ नहीं है, मगर जिस तरह से भाजपा देश में यूसीसी लागू करने की कोशिश कर रही है, वह तरीका गलत है, हम सहमत नहीं हैं।
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दो न्यूज एजेंसी से बात करते हुए मायावती ने कहा कि यूसीसी पर राजनीति करना ठीक नहीं है। देश में जनहित में सही यह होगा कि सरकार महंगाई, गरीबी और शिक्षा पर ध्यान दे। मुख्य समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान नहीं है, बल्कि इससे भटकाने के लिए यूसीसी पर चर्चा कर रहे हैं। मायावती ने कहा, भारत में सभी धर्मों के लोग रहते हैं, जिनके हर मामले में रहन-सहन, नियम और रस्म है। इससे इनकार नहीं किया जा सकता। यूसीसी को लेकर आम सहमति जरूरी है। संविधान के अनुच्छेद 44 में यूसीसी का जिक्र है, मगर इसे थोपने का नहीं है। यूसीसी पर राजनीति देशहित में ठीक नहीं है। इसलिए इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही भाजपा को देश में यूसीसी को लागू करने के लिए कोई कदम उठाना चाहिए था।
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यूसीसी लागू होने से देश होगा मजबूत
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, वे (भाजपा सरकार) केवल अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए यूसीसी लागू कर रहे हैं। यूसीसी लागू होने से देश मजबूत होगा और भारतीय एकजुट होंगे। इससे लोगों में भाईचारे की भावना भी विकसित होगी। एक कानून से देश मजबूत भी होगा। मगर जबरदस्ती लागू करना ठीक नहीं है। इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने से देश में भेदभाव पैदा होगा। बता हें कि यूसीसी को गोवा ने लागू किया है। अब इसे उतराखण्ड भी लागू करने जा रहा है।