गौतम बुध नगर के पहले पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह का तबादला हो चुका है। उनके स्थान पर दूसरी कमिश्नर लक्ष्मी सिंह आ रही है। ऐसे में लक्ष्मी सिंह के सामने कानून व्यवस्था को बेहतर करना तो चुनौती होगी ही साथ ही यह भी देखना होगा कि गौतम बुध नगर में किस तरह की पुलिसिंग हो रही थी, और कौन-कौन कमिश्नर आलोक सिंह का चहेता है। पुलिस विभाग के सूत्र बता रहे हैं कि हाल ही में थाना प्रभारियों की तैनाती दी गई है। दो को पुलिस लाइन से थाने भेजा गया जबकि कई थाना प्रभारियों को इधर-उधर किया गया। माना जा रहा है कि ये सब वे इंस्पेक्टर है जिन्होंने आलोक सिंह का विश्वास जीता हुआ था। इसी के चलते उनको जाने से पहले ही कमिश्नर आलोक सिंह ने नई तैनाती दे दी, लेकिन चर्चा है कि लक्ष्मी सिंह चार्ज संभालने के बाद सब को हटाकर अपने हिसाब से ही चार्ज देंगी। लक्ष्मी सिंह के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी कि स्क्रैप का चल रहा सिंडिकेट तोड़ना। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हजारों कंपनियां हैं जहां से प्रतिदिन करोड़ों रुपए का स्क्रैप निकलता है, लेकिन स्क्रैप का काम करने वाले यहां से जा चुके है। क्योंकि केवल एक ही व्यक्ति का वर्चस्व कायम हो चुका है। बताया जाता है कि यदि कोई व्यक्ति स्क्रैप का काम करता था तो उसे इतना परेशान किया जाता था कि वह खुद छोड़कर चला जाता था। कई स्क्रैप ठेकेदारों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुलिस अधिकारी का स्पोर्ट मिलने पर एक ही व्यक्ति पूरे जिले में स्क्रैप का काम कर रहा है। यदि वह उसके आगे आते हैं तो पुलिस उनको बहुत परेशान करती है। उन्हें उम्मीद है कि नहीं कमिश्नर लक्ष्मी सिंह सभी को समान कार्य का अवसर प्रदान करेंगी।