रॉकी और रानी की प्रेम कहानी में रणवीर-अलिया के साथ बड़े स्टार, पूरा फैमली ड्रामा

कोरोना काल में फिल्मी जगत पर भी सीधे असर पड़ा है लेकिन 7 साल बाद अगर करण जौहर निर्देशक के रूप में फिल्म लेकर आएं और एक ऐसी फिल्म लाए, जहां आलिया-रणवीर जैसी जोड़ी के साथ धर्मेंद्र-शबाना-जया जैसे दिग्गज कलाकर हों, तो फिल्म से उम्मीदें भी अधिक होती हैं और उसे कुछ ज्यादा ही बारीकी से देखा जाता है। मगर दिलचस्प बात ये है कि उनकी यह फैमिली ड्रामा न केवल मनोरंजन का पिटारा साबित होती है, साथ ही पितृसत्तात्मक सोच, लैंगिक भेदभाव, बॉडी शेमिंग, मिसोजनी जैसी मुद्दों को बहुत अच्छी तरीके से पेशा करती है। करण इस बार साबित कर देते हैं कि बहेतरीन, शोबाजी और बड़ी स्टारकास्ट ही उनकी यूएसपी नहीं बल्कि उन्हें मसलों को मनोरंजक ढंग से पेश करना भी खूब जानते हैं।

यह भी पढ़े : मानसून सत्र से पहले वीडियो वायरल होला एक बड़ी साजिशः अमित शाह

 

कहानी कुछ ऐसे शुरू होती है
कहानी दिल्ली में बसे दो ऐसे लड़के-लड़की की है, जिनका आपस में कुछ भी मैच नहीं करता और ये दो लोग हैं रॉकी रंधावा (रणवीर सिंह) और रानी चटर्जी (आलिया भट्ट). रॉकी शहर के सबसे बड़े मिठाई वाले खानदान का वारिस है। तड़कते-भड़कते कपड़े पहनने वाला पंजाबी रॉकी प्रोटीन शेक लेकर बल्ले-शल्ले बनाने मे जुटा रहता है। अंग्रेजी उसे बोलनी नहीं आती और जनरल नॉलेज से उसका दूर -दूर का ही वास्ता है। वह एक संयुक्त परिवार में रहता है, जहां घर ही नहीं बल्कि मिठाई के बिजनेस पर भी राज करने वाली उसकी सख्त दादी धनलक्ष्मी (जया बच्चन), दादी के इशारों पर चलने वाला पिता तिजोरी (आमिर बशीर), याददाश्त गंवा चुके शायर दादा (धर्मेंद्र), पति को परमेश्वर मानने वाली मां, मोटापे का शिकार बहन हैं। वहीं दूसरी तरफ रानी पढ़े-लिखे बंगाली परिवार से आती है। जो खुद एक न्यूज एंकर है। उसके पिता (टोटा राय चैधरी) कथक डांसर हैं। इसके अलावा आप को कुछ ओर भी जानना है तो सिनेमाघर जाकर पूरी फिल्म देखनी होगी।

यहां से शेयर करें