Noida Authority News: नोएडा प्राधिकरण की ओर से बनाए गए अफसर और कर्मचारियों के लिए मकान कभी भी गिर सकते हैं। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब आइआइटी रुड़की ने मजबूती की जांच की। जितने भी सैंपल लिए गए वो सब फेल हो गए। दरअसल जिले के प्रशासन, पुलिस और प्राधिकरण के अफसर और कर्मचारी सेक्टर 25, 27 और 37 में बने मकानों में रह रहे हैं। प्राधिकरण की ओर से इन मकानों की मजबूती की जांच कराई गई। उसमें पाया गया कि भूकंप जैसी स्थिति में ये मकान कभी गिर सकते हैं। इन तीनों सेक्टरों में 425 से अधिक घर और क्वार्टर बने हैं। प्राधिकरण की ओर से इन भवनों को खाली कराने के लिए अब नोटिस जारी किये गए है। फ़िलहाल प्राधिकरण की ओर से नोटिस जारी किए जा रहे हैं नोएडा प्राधिकरण आइआइटी से इन भवनों का रिबाउंड हेमर टेस्ट कराया था, जिसमे काफी नमूनों में कंक्रीट की स्थिति खराब और अति खराब मिली है। स्लैब और बीम के 7 सैंपल फेल हुए हैं। ऐसे में इन में रहने वाले अधिकारी और कर्मचारी असुरक्षित है। इस खबर से अफसरों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा है, यदि उन्हें मकान खाली करने पड़े तो वे कहा जाएंगे?
नोएडा में मकानों का किराया है अधिक
नोएडा में मकानों का किराया बहुत ज्यादा है जिसके चलते प्राधिकरण के साथ साथ प्रशासन और पुलिस के उन तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों की नींद उड़ गई है जिन्होंने ये मकान ले रखे है। यदि मकान खाली करना पड़ा तो दो कमरे का फ्लैट भी करीब 20,000 रुपये प्रति महीने पर मिलता है। अफसरों के लिए भी परेशानी है क्योंकि उनको बड़े मकानों में रहने की आदत है और उस तरह के मकान 50,000 से लेकर 1,00,000 रुपये तक किराये पर मिल पाएंगे।
बोले जीएम एसपी सिंह
प्राधिकरण के जीएम एसपी सिंह ने कहा है कि वर्क सर्किल दो की तरफ से स्टाफ क्वार्टर को लेकर सर्वे और परीक्षण कराया गया था। इसमें कमजोर और पुराने हो चुके मकानों में रहने वालों को नोटिस जारी किये जा रहे है।
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