Big News: ग्रेटर नोएडा: करीब तीन साल पुराने एक फर्जी मुठभेड़ मामले में अब बड़ा एक्शन हुआ है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय के आदेश पर जेवर कोतवाली के तत्कालीन कोतवाल अंजनी कुमार समेत 12 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामला सितंबर 2022 का है जब बीटेक छात्र सोमेश गौतम उर्फ सीटू को कथित फर्जी मुठभेड़ में घायल किया गया था।
Big News:
क्या है पूरा मामला?
मथुरा निवासी तरुण गौतम ने आरोप लगाया कि 4 सितंबर 2022 की रात उनके घर बिना नंबर की दो गाड़ियां आईं, जिनमें सिविल ड्रेस में मौजूद 10-12 लोगों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और जबरन घर में घुसकर तोड़फोड़ की। 22 हजार रुपये जब्त किए और उनके बेटे सोमेश के बारे में पूछताछ की। इसके बाद उन्हें अगवा कर पीटा गया और अगले दिन दिल्ली ले जाकर उनके बेटे से मिलवाया गया।
Big News: पुलिस पर गंभीर आरोप:
- सोमेश को फर्जी मुठभेड़ में गोली मारी गई।
- आंखों पर पट्टी बांधकर थाने में प्रताड़ित किया गया।
- झूठे केसों में फंसाया गया—चोरी, हत्या, हत्या की कोशिश, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट तक लगा दिया गया।
- एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप भी लगाया गया है।
इन धाराओं में केस दर्ज:
धारा 452, 504, 506, 323, 427, 395, 342, 307, 195, 219, 34 IPC के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।
इन पुलिसकर्मियों पर केस:
पूर्व कोतवाल अंजनी कुमार, उपनिरीक्षक राकेश बाबू, अनिरूद्ध यादव, शरद यादव, चांदवीर, सन्नी कुमार, नीलकांत और कांस्टेबल रोहित कुमार, भूरी सिंह, जय प्रकाश, नौस कुमार, छीतर सिंह के नाम शामिल हैं।
एक ही बाइक दो बार बरामद दिखाने का आरोप
तरुण ने बताया कि जिस बाइक को सोमेश से जब्त दिखाया गया, उसे ही बाद में एक और केस में किसी और आरोपी से बरामद दिखाया गया।
Big News: न्याय के लिए लंबा संघर्ष
तरुण गौतम ने पुलिस आयुक्त से लेकर जेवर थाने तक कई बार शिकायतें कीं, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अंत में न्यायालय की शरण लेनी पड़ी, जिसके बाद अब जाकर केस दर्ज हुआ।
Big News: