Bharat Ratna: भारत रत्न मिलने वालों को दी जाती हैं ये वीआईपी सुविधाएं
Bharat Ratna: नई दिल्ली:भारत सरकार ने 09 फरवरी 2024 को देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और महान कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. साथ ही तीनों महान लोगों के योगदान के बारे में बताते हुए भारत रत्न की घोषणा की. कुछ दिन पहले बिहार के पूर्व सीएम कर्पुरी ठाकुर और भाजपा नेता औप पूर्व डिप्टी पीएम लालकृष्ण आडवाणी को भी इसी साल भारत रत्न देने की घोषणा की गई है। मोदी सरकार के अब तक के कार्यकाल की बात करें तो सरकार ने 10 लोगों को भारत रत्न के लिए चुन चुकी है। इसमें 5 को भारत रत्न दिया जा चुका है और बाकी को देना बाकी है। ये तो हो गया अब तक का अपडेट। अब देश के सर्वोच्च सम्मान के बारे में थोड़ी जानकारी देते हैं।
Bharat Ratna:
‘भारत रत्न’ सबसे बड़ा नागरिक सम्मान
भारत रत्न (Bharat Ratna) देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है. यह उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में देश के लिए उल्लेखनीय और असाधारण योगदान दिया हो. भारत रत्न देने की शुरुआत 1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने की थी. 1954 में पहली बार तीन लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. ये तीन शख्तियत थीं- आजाद भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमन.
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मिलता है वीआईपी दर्जा
इस सम्मान को पाने वाला व्यक्ति देश के लिए वीआईपी होता है. सम्मनित व्यक्ति को प्रोटोकॉल में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपप्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा स्पीकर, कैबिनेट मंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद जगह मिलती है.
जानिए भारत रत्न प्राप्त करने वाले व्यक्ति को मिलती हैं क्या-क्या सुविधाएं…
1 इस पुरस्कार से जुड़ी पहली बात तो यही है कि भारत रत्न प्राप्त करने वाले व्यक्ति को कैबिनेट मंत्री के बराबर वीआईपी का दर्जा मिलता है.
2 भारत रत्न पाने वालों को आयकर न भरने की छूट भी दी जाती है. साथ ही वह संसद की बैठकों और सत्र में भाग ले सकते हैं.
3 स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में विशेष अतिथि के तौर पर भी भाग ले सकते हैं.
इन्हें हवाई जहाज, ट्रेन और बस में निशुल्क यात्रा की छूट मिलती है.
4 अगर किसी राज्य में घूमने जाते हैं तो उन्हें राज्य अतिथि का दर्जा मिलता है.
5 संविधान के अनुच्छेद 18 (1) के अनुसार पुरस्कार प्राप्त करने वाले अपने नाम के उपसर्ग या प्रत्यय के रूप में ‘भारत रत्न’ का प्रयोग नहीं कर सकते हैं. हालांकि वे अपने बॉयोडाटा, विजिटिंग कार्ड, लेटर हेड आदि में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित भारत रत्न या भारत रत्न पुरस्कार प्राप्तकर्ता जोड़ सकते हैं.
6 जिन्हें भारत रत्न मिलता है उन्हें सरकार वॉरंट ऑफ प्रेसिडेंस में जगह देती है. वॉरंट ऑफ प्रेसिडेंस का इस्तेमाल सरकारी कार्यक्रमों में वरीयता देने के लिए होता है.
7 राज्य सरकारें भारत रत्न पाने वाली हस्तियों को अपने राज्यों में सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं.
कैसे चुना जाता है भारत रत्न?
भारत रत्न और पद्म पुरस्कार चुनने की प्रक्रिया अलग-अलग होती है। भारत रत्न में पीएम किसी के भी नाम की सिफारिश राष्ट्रपति से कर सकते हैं। इसे हाल के चुने गए लोगों से समझा जा सकता है। पीएम मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी, कर्पुरी ठाकुर, पीवी नरसिम्हा राव, पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह और वैज्ञानिक स्वामीनाथन अय्यर का नाम राष्ट्रपति को सुझाया है। इसके लिए किसी औपचारिक सिफारिश की जरूरत नहीं होती। हर साल भारत रत्न के लिए लोग चुने जाएं यह जरूरी नहीं है। हर साल अधिकतम 3 भारत रत्न दिए जा सकते हैं। हालांकि इस बार एकसाथ 5 लोगों को इसके लिए चुना गया है।
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