विशेषज्ञों के अनुसार, सेलिब्रिटी का नाम शुरुआती ध्यान तो खींचता है, लेकिन ब्रांड की लंबी उम्र उत्पाद की गुणवत्ता, वास्तविक समस्या का समाधान और लगातार नवाचार पर निर्भर करती है। हाल के आंकड़ों से यह साफ होता है कि जो ब्रांड्स उपभोक्ताओं की real needs को समझते हैं, वे आगे निकल जाते हैं।
सफलता की मिसालें
कै ब्यूटी (कैटरीना कैफ) ने हाल ही में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दिसंबर 2025 की रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मेकअप ब्रांड ने 350 करोड़ रुपये की ग्रॉस सेल्स पार कर ली है और Nykaa पर टॉप-5 ब्रांड्स में जगह बनाई है। इनक्लूसिव शेड्स और मजबूत डिजिटल स्ट्रैटजी की बदौलत यह ब्रांड तेजी से बढ़ रहा है।
इसी तरह, कुशा कपिला की शेपवियर ब्रांड अंडरनीत ने कम समय में धमाल मचा दिया है। सिर्फ आठ महीनों में 150 करोड़ रुपये का एनुअल रेवेन्यू रिकरिंग हासिल करने के बाद, मिंत्रा पर लॉन्च के साथ इसने 200% ग्रोथ दर्ज की है। बॉडी कॉन्फिडेंस पर खुली बातचीत और उपभोक्ताओं से सीधा जुड़ाव इसकी सफलता का राज है। हाल ही में ब्रांड ने फंडिंग भी जुटाई है।

हृतिक रोशन की फिटनेस ब्रांड HRX ने 2025 में 1,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू क्रॉस कर लिया है। फिटनेस फोकस, वाइड डिस्ट्रीब्यूशन और कंसिस्टेंट ब्रांडिंग ने इसे सेलिब्रिटी लेबल से ऊपर उठाया है।
असफलता की कहानियां
दूसरी तरफ, कुछ ब्रांड्स संघर्ष कर रहे हैं। विराट कोहली की फैशन ब्रांड Wrogn की रेवेन्यू FY25 में गिरकर 223 करोड़ रुपये रह गई और घाटा बढ़ता जा रहा है। शुरुआती buzz के बावजूद मार्केट कॉम्पिटिशन में टिक नहीं पाना इसका कारण है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सेलिब्रिटी ब्रांड्स में authenticity और real consumer value जरूरी है। जहां सेलिब्रिटी खुद प्रोडक्ट से जुड़ा होता है, वहां सफलता की संभावना ज्यादा होती है। आने वाले समय में जो ब्रांड्स गुणवत्ता और ट्रस्ट पर फोकस करेंगे, वही लंबे समय तक टिकेंगे।
यह ट्रेंड बताता है कि स्टार पावर दरवाजे खोलती है, लेकिन उन्हें खुला रखना ब्रांड की अपनी ताकत पर निर्भर करता है।


