Babri Masjid demolition anniversary: सपा मुखिया ने सलीम चिश्ती दरगाह में चढ़ाई चादर, डिंपल और जया बच्चन भी दे रहीं साथ

Babri Masjid demolition anniversary: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 6 दिसंबर को, जो बाबरी मस्जिद विध्वंस की वर्षगांठ है, फतेहपुर सीकरी स्थित हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ाई। इस दौरान उनकी पत्नी और करहल से सपा सांसद डिंपल यादव तथा राज्यसभा सांसद जया बच्चन भी उनके साथ मौजूद रहीं। अखिलेश ने यहां मन्नत का धागा भी बांधा, जो उन्होंने 2012 में भी किया था।

अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट कैंसिलेशन पर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि इस तरह के संकट से उद्योगपतियों को मजबूत किया जा रहा है, जिससे ऐसी समस्याएं बढ़ेंगी। साथ ही, उन्होंने एसआईआर (संभवतः स्पेशल इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट या समान) के जरिए वोट कटवाने की चिंता जताई और कहा कि पार्टी को अपना वोट बैंक बचाना होगा।
यमुना नदी की सफाई पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि अगर सपा की सरकार बनी तो लखनऊ में गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर मथुरा में यमुना को साफ किया जाएगा, जिससे आगरा तक नदी स्वच्छ दिखेगी। उन्होंने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि वे यमुना को गंदा कर रहे हैं और कहा कि वे दिल्ली जाकर इस मुद्दे पर बोलेंगे। उन्होंने यमुना को नाले जैसा बताते हुए भाजपा की आलोचना की और कहा कि भाजपा वाले कहते हैं कि यमुना आचमन लायक है, लेकिन वास्तव में यह गंदी है।

टिकट वितरण पर अखिलेश ने बड़ा बयान दिया कि इस बार भाजपा से रणनीति सीखकर चुनावी सर्वे के आधार पर टिकट दिए जाएंगे। यह पहली बार है जब उन्होंने खुलकर भाजपा से कुछ सीखने की बात कही।

संविधान पर बोलते हुए उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि वर्चस्ववादी लोग पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का अपमान करते हैं। उन्होंने संविधान को पीडीए की किस्मत की किताब बताया और कहा कि अगर संविधान कमजोर हुआ तो पीडीए भी कमजोर होगा।

यह यात्रा आगामी चुनावों के संदर्भ में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जहां अखिलेश यादव की दरगाह पर मौजूदगी सांप्रदायिक सद्भाव और वोट बैंक को मजबूत करने का संदेश दे रही है।

यहां से शेयर करें