गाजियाबाद। Ayushman Bharat Scheme : प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) का विस्तार होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के 49 लाख परिवार इस योजना से जोड़े जाएंगे। इसकी तैयारी तेज कर दी गई है। परिवारों का डाटा जुटा लिया गया है। इसके साथ ही करीब तीन करोड़ लोगों के गोल्डन कार्ड बन जाएंगे। खास बात यह है कि 13 से 17 सितंबर के बीच योजना का पोर्टल बदलने की भी तैयारी है।
लाभार्थी खुद ही घर बैठे गोल्डन कार्ड बना सकेंगे। विस्तार से गाजियाबाद के 35 हजार परिवारों के करीब दो लाख लोगों के कार्ड बन जाएंगे। शनिवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रदेश के अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयुष्मान योजना की समीक्षा करते हुए बताया कि जिस परिवार में छह अथवा इससे अधिक सदस्य हैं, उस परिवार को इस योजना से जोड़ने की तैयारी है।
Ayushman Bharat Scheme :
गोल्डन कार्ड से होता है 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा
गोल्डन कार्ड बनने के साथ ही पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा हो जाता है। इस कार्ड को दिखाकर पांच लाख तक का उपचार संभव है। जिले के चार सरकारी एवं 62 प्राइवेट अस्पतालों में कार्ड धारक का निश्शुल्क उपचार होता है।
विगत पांच साल में 23,737 में से 22,187 ने प्राइवेट और 1550 ने सरकारी अस्पतालों में उपचार कराया है। 72 अस्पतालों में निश्शुल्क कार्ड बनाए जा रहे हैं। जन सुविधा केंद्र पर कार्ड बनवाने के लिए तीस रुपये शुल्क देय है।
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जिले में आयुष्मान योजना का विवरण
कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या-1,66,124
कुल लाभार्थियों की संख्या- 7,74,998
अब तक बनाए गए गोल्डन कार्ड- 2,43,123
परिवारों में एक सदस्य का बना गोल्डन कार्ड- 87,180
अवशेष लाभार्थियों की संख्या- 51000
पांच साल में केवल 33.16 प्रतिशत लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं।
47.52 प्रतिशत परिवार के एक भी सदस्य का कार्ड नहीं बना है।
87180 परिवारों में कम से कम एक गोल्डन कार्ड बन गया है
जुलाई माह में 10101 लोगों के कार्ड बनाए गए
अगस्त माह में 22321 लोगों के कार्ड बनाए गए