Noida Authority Demolition Illegal construction : नोएडा प्राधिकरण की और से लगातार अभियान चला कर भूमाफियाओं पर शिकंजा कसा जा रहा है। अब भूमाफियाओं को चिन्हित करने और प्राधिकरण की अधिसूचित भूमि पर अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। इस अभियान के तहत अब तक गढी चैखंडी और बसई गांव के 20 इमारत पर नोटिस चस्पा किया गया है, और लाल रंग का प्रयोग कर बिल्डिंग पर अवैध होने की सूचना लिखी गई है। प्राधिकरण के अधिकारियों कहना है या तो बिल्डिंग को बनाने वाले स्वयं ही इसको ध्वस्त करने, अन्यथा प्राधिकरण को करने की कार्रवाई करेगा और इसका खर्चा बिल्डिंग के मालिकों से वसूला जाएगा।
अवैध रूप से बने है ओयो होटल
गौरतलब है कि अधिसूचित भूमि पर अवैध निर्माण कर बने होटल, ओयो, फ्लैट बिल्डिंगों व निमार्णाधीन बिल्डिंगों पर नोटिस चस्पा करने साथ प्राधिकरण के अधिकारी लाल रंग से श्यह बिल्डिंग अवैध हैं, भी लिख रहे है। गायत्री वाटिका के नाम से बने 6 मंजिला फ्लैटों को भी बताया अवैध घोषित किया गया है।
सीईओ लोकेश एम के निर्देश पर सर्किल-1 से 10 तक सभी वरिष्ठ प्रबंधकों ने अपने क्षेत्र में अवैध इमारतों की लिस्टिंग शुरू की है। एक ज्वाइंट सर्वे किया गया है। जिसमे भू माफियाओं को चिन्हित करने के साथ सर्वे में उन अधिसूचित भूखंडों का भी किया जा रहा है जिन पर पहले अवैध निर्माण था। उसे तोड़ा गया और अतिक्रमणकर्ता के खिलाफ एफआईआर कराई गई। सर्वे में यदि इन भूखंडों पर अवैध निर्माण पाया गया या निर्माण होता दिखा तो अतिक्रमणकर्ता को भू माफिया की श्रेणी में डाल दिया जाएगा। इसकी एक रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी जाएगी। प्राधिकरण ने जनवरी 2024 से अब तक करीब 1.93 लाख वर्गमीटर जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया गया। इस जमीन की लागत 1068 करोड़ रुपए आंकी गई है।
सीईओ लोकेश एम का बयान
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम जहाँ जहाँ पर प्राधिकरण की अर्जित जमीन पर निर्माण हुआ है वो पूरी तरह से अवैध है और उसके लिए प्राधिकरण लगातार अभियान चलाता रहेगा। फिलहाल प्राधिकरण की ये शुरूआत है लेकिन आगे बड़े स्तर पर कार्रवाई की जाएगी।

