ग्रेटर नोएडा में संपत्ति के हस्तांतरण पत्र (ट्रांसफर मेमोरेंडम) के लिए आॅनलाइन आवेदन करने वालों और कागजातों का फिजिकल वेरिफिकेशन करने के लिए आवेदक को दफ्तर बुलाने पर सीईओ रितु माहेश्वरी ने कड़ी नाराजगी जताई। इसे संपत्ति से जुड़े विभागों की तरफ से अनिवार्य प्रक्रिया बताने पर सीईओ ने इसे खत्म करने पर एक सप्ताह में फिजबिलिटी रिपोर्ट देने को कहा है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को जनसुनवाई की, जिसमें आने वाली शिकायतों का निस्तारण किया। जनसुनवाई के दौरान सीईओ के समक्ष ट्रांसफर मेमोरेंडम के लिए आॅनलाइन आवेदन करने वाले आवेदकों को फिजिकल वेरिफिकेशन कराने के लिए दफ्तर बुलाने से जुड़ा प्रकरण भी सामने आया।
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शिकायतकर्ता का कहना था कि ट्रांसफर मेमोरेंडम के लिए आॅनलाइन आवेदन करने के बावजूद विभाग द्वारा मूल दस्तावेजों के साथ फिजिकल वेरिफिकेशन कराने को दफ्तर बुलाया जा रहा। इस पर सीईओ ने संपत्ति से जुड़े सभी विभागाध्यक्षों से इस प्रकरण में जानकारी ली।
विभागाध्यक्षों ने बताया कि ट्रांसफर मेमोरेंडम के लिए आॅनलाइन आवेदन करने के बावजूद आवंटी का फिजिकल वेरीफिकेशन करना और भूल कागजातों का परीक्षण करना जरूरी है, ताकि कोई गलत ट्रांसफर मेमोरेंडम जारी न हो।
इस पर सीईओ ने आॅनलाइन वेरिफिकेशन करने के तरीके अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों से इस प्रकरण में एक सप्ताह में रिपोर्ट भी मांगा है। सीईओ रितु माहेश्वरी जनसुनवाई में आने वाली शिकायतों का समय पर निस्तारण न करने पर नाराज हुईं और संबंधित विभागों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। इस बाबत सीईओ ने कई विभागों को चेतावनी पत्र भी जारी किया है।इसके अलावा ग्राम सैनी में अधूरी रोड का निर्माण करने, ग्राम डाबरा व तुस्याना के कृषकों को आबादी भूखंडों का आवंटन, सेक्टर इकोटेक-2 में अतिक्रमण हटाने आदि पर आवश्यक निर्देश दिए। जनसुनवाई के दौरान एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अमनदीप डुली व एसीईओ आनंद वर्धन, ओएसडी हिमांशु वर्मा सहित सभी वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।