प्राधिकरण पर कब्जे की कोशिश: किसानों की पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की, दोनों गेट बंद
ग्रेटर नोएडा। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को ग्रेटर प्राधिकरण कार्यालय के दूसरा गेट भी बंद कर दिया। इस दौरान पुलिस और किसानों में धक्कामुक्की भी हुई। किसानों ने दोनों गेट दोपहर 12 बजे से पांच बजे तक बंद रखे। किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया। शाम पांच बजे किसानों ने गेट नंबर-1 खोल दिया। किसानों ने कहा कि एक हप्ते में मांगें पूरी नहीं हुई तो फिर गेट बंद करेंगे। अनिश्चितकालीन धरने पर किसानों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय का गेट नंबर-2 गत 25 अप्रैल से बंद कर रखा है। मंगलवार को ह्यघेरा डालो, डेरा डालो के तहत गांवों से किसान प्राधिकरण पर पहुंचे। किसान 12 बजे प्राधिकरण गोल चक्कर पर एकत्र हुए। यहां से जुलूस के रूप में किसान आगे बढ़े। प्राधिकरण के गेट नंबर-1 पर डीसीपी रामबदन सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल मौजूद था। यहां पर किसानों को रोकने की कोशिश की गई। किसान गेट नंबर-1 पर कब्जा करना चाहते थे। पुलिस उन्हें रोक रही थी। इसी दौरान किसानों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हो गई। आखिरकार किसान गेट नंबर-1 को बंद कर धरने पर बैठ गए।
किसानों ने दोनों गेटों पर सभा शुरू कर दी। दोनों गेटों पर भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं। दोनों गेट बंद होने से, जो लोग प्राधिकरण में अंदर थे, वे अंदर ही रह गए। जो लोग बाहर थे, वे बाहर ही रह गए। किसान सभा के प्रवक्ता डॉ. रूपेश वर्मा ने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी किसान विरोधी हैं। किसानों की समस्याएं हल नहीं हो रही हैं। 50 गांवों के हजारों किसान धरना दे रहे हैं। लोक सेवक को लोक सेवक की तरह व्यवहार करना चाहिए। किसानों की वाजिब समस्याओं का तुरंत समाधान करना चाहिए।
धरने में शामिल महिलाओं ने भी प्राधिकरण के खिलाफ खूब नारेबाजी की। संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि पूर्व चेयरमैन गजराज सिंह, सपा के जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी, पूर्व अध्यक्ष इंद्र प्रधान, किसान यूनियन अंबावता के नेता कृष्ण बृजेश भाटी, किसान परिषद के नेता सुखबीर खलीफा इस आंदोलन में शामिल हैं। धरने में किसान नेता सुनील फौजी, गवरी मुखिया अमित, मोहित, शशांक, मोनू, सुरेंद्र यादव, सुरेश यादव, राजू, हरेंद्र खारी आदि उपस्थित रहे।
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सपा कार्यकर्ताओं ने दिया समर्थन
किसानों के प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी के नेतृत्व में शामिल हुए। इस मौके पर पार्टी के जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी ने कहा कि काफी लंबे समय से किसान अपने हकों की मांगों को लेकर प्राधिकरण कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है। लेकिन प्राधिकरण के अधिकारी तानाशाही रवैया अपनाते हुए किसानों की बात सुनने को तैयार नहीं है। मुख्य रूप से पूर्व जिलाध्यक्ष इंदर प्रधान, गजराज नागर चेयरमैन, जगबीर नंबरदार, उपदेश नागर, रोहित मत्ते गुर्जर, मिंटी खारी, नवीन भाटी, मेंहदी हसन, अक्षय चौधरी, अमित रौनी, कुलदीप भाटी, अवनीश भाटी, हैप्पी पंडित, जुगती सिंह, दीपक नागर, संजीव नागर, आजाद नागर, अनीस अहमद, मोहित नागर, प्रशांत भाटी, अनिल नागर, मोहित यादव, युनस मेहंदी, विशेष मुखिया, राशिद आदि मौजूद रहे।